लॉकडाउन में बुधवार को झारखंड के रांची में पदस्थापित एक डीएसपी का परिवार फंस गया। मुफस्सिल थानाध्यक्ष सुजीत कुमार जीटी रोड पर वाहन जांच अभियान चला रहे थे। इसी दौरान डीएसपी के परिवार अपनी कार से पहुंच गया। थानाध्यक्ष ने जब वाहन रोका तो डीएसपी के स्वजन नाराज हो गये। इसके बाद डीएसपी को फोन कर दिया। डीएसपी ने जिले के उच्चाधिकारियों को फोन कर थानाध्यक्ष पर रिश्वत लेकर वाहन छोड़ने का आरोप लगाया।
उधर जिले के अधिकारियों ने डीएसपी के आरोप की जांच कराई तो मामला झूठा निकला। इसके बाद डीएसपी के स्वजनों से दो हजार रुपये जुर्माना लेकर वाहन को छोड़ा गया।
थानाध्यक्ष ने कहा कि वरीय अधिकारियों के निर्देश पर लॉकडाउन को लेकर वाहनों की जांच की जा रही है। बिना कागजात, सीट बेल्ट नहीं लगाने, बिना हेलमेट के बाइक चलाने वालों से जुर्माना लिया जा रहा है। उधर लॉकडाउन को सफल बनाने को लेकर जिला मुख्यालय के रमेश चौक पर वाहन जांच अभियान चलाया गया। एसडीएम डॉ. प्रदीप कुमार, डीटीओ अनिल कुमार सिन्हा, एसडीपीओ अनूप कुमार के साथ नगर थाना पुलिस ने अभियान के तहत करीब एक सौ बाइक एवं कार को पकड़ा।
एमवीआइ उपेंद्र राव ने बताया कि पकड़े गए वाहनों से करीब एक लाख जुर्माना वसूला गया है। बताया कि जांच अभियान प्रतिदिन चलेगा। मोटरयान निरीक्षक शिवकुमार शामिल रहे। इनसेट---- -100 वाहनों को अभियान के दौरान पकड़ा गया।
- 01 लाख रुपये वाहन चालकों से जुर्माना वसूला गया।