पटना, जेएनएन। पटना पुलिस ने पिछले दिनों जब्त दवाओं के मामले में बड़ा खुलासा किया है। दो दिन पहले जक्कनपुर थाने की पुलिस ने दवाओं के कई कार्टन जब्त किया था। साथ ही एक युवक को भी गिरफ्तार किया था। लेकिन बुधवार को पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। मामले में गिरफ्तार युवक सुबोध यूपी से माल लाकर दवा बिहार में दवा तैयार करता था। इसके बाद उसे पश्चिम बंगाल, झारखंड, दिल्ली समेत अन्य राज्यों में भेजता था।
दरअसल, जक्कनपुर थाना पुलिस द्वारा जब्त की गईं 25 कार्टन दवाएं पकड़े जाने के मामले में बुधवार को नया मोड़ सामने आया है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से कच्चा माल लाकर बुद्ध नगर निवासी रामानुज प्रसाद का बेटा सुबोध प्रसाद पटना में दवाओं की पैकिंग करता था। इसके बाद प्राइवेट बसों से दवाओं को विभिन्न जिलों व राज्यों में भेजता था।
सुबोध के विरुद्ध पूर्व में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। वह दवाओं व सौंदर्य प्रसाधन की सामग्री के निर्माण और सप्लाई में शातिर बताया जाता है। थानाध्यक्ष के मुताबिक, मां भवानी शक्ति बस से माल पकड़े जाने के बाबत औषधि निरीक्षक के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
सिटी एसपी (पूर्वी) जितेंद्र कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि गोरखपुर से दवा की बड़ी खेप गोपालगंज के रास्ते पटना आने वाली है। इसके बाद जक्कनपुर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार वर्मा को छापेमारी का निर्देश दिया गया। पुलिस ने भारी मात्रा में टैबलेट और सीरप जब्त किए थे। सभी दवाएं नामी कंपनियों के नाम पर थे और किसी तरह का बिल भी नहीं था। थानेदार का कहना है कि जांच टीम गोरखपुर के सरगना का पता लगा रही है। इस तरह की दवा खरीदने वाले गोविंद मित्रा रोड के कुछ दुकानदारों के भी नाम सामने आए हैं। औषधि विभाग की टीम सूचना का सत्यापन कर रही है। पुलिस ने उम्मीद जतायी है कि जल्द ही इस मामले में कुछ और गिरफ्तारी हो सकती है।