विश्व समेत भारत कोरोना वायरस से जुझ रहा है. दिन प्रतिदिन नये कोरोना मरीज की सख्या बढ़ रही है. पहले चीन उसके बाद इटली और अब अमेरिका में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. इन सभी के बीच ताइवान के बाद दक्षिण कोरिया ने जिस तरह कोरोनावायरस से लड़ाई लड़ी है. दक्षिण कोरिया कोरोना संक्रमित देशों की सूची में आठवे नं. पर हैं. अबतक यहां नौ हजार से ज्यादालोग संक्रमित हैं. जिसमें से 3500 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है. अबतक यहां सिर्फ 129 लोगों की मौत हो पाई है. जबकि 59 लोग गंभीर रुप से बीमार हैं.
दक्षिण कोरिया में कोरोना के मरीज मिलने के बात से आज तक में न तो कभी देश में लॉकडाउन किया गया और न ही कभी किसी बाजार को बंद किया गया है इससे बाबजूद भी दक्षिण कोरिया आज एक बेहतरिन स्थिति में बना हुआ है. बताया गया कि 8 से 9 मार्च को 8000 संक्रमित मरीज मिले थे. लेकिन इधर दो दिनों में मात्र 2 मरीजों की पुष्टि हुई है. जोकि चौकाने वाले हैं. दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री कांग युंग वा बताते हैं कि जल्द टेस्ट और बेहतर इलाज की वजह से ही मामले कम हुए और इसीलिए मौतें भी कम हुई. उन्होंने बताया कि 600 से ज्यादा टेस्टिंग सेंटर खोले गए हैं. उन्होंने आगे बताया कि रिमोट टेम्परेचर स्कैनर और गले की खराबी जांची गई उसके बाद 10 मिनट में उसकी रिपोर्ट दे दी गई. उन्होंने आगे बताया कि पारदर्शी फोनबूथ को टेस्टिंग सेंटर में तब्दील किया.
दक्षिण कोरिया ने हाथ धोने के तरिके में बदलाव किया है. दक्षिण कोरिया ने दाये हाथ से काम करने वालों के हाथ बदल दिया. दाये हाथ से काम करने वालों को बाये हांथ से काम करने की सलाह दे दी गई. यह इसलिए किया गया कि क्योंकि हम जिस हाथ का इस्तेमाल सबसे ज्यादा करते हैं वही हाथ हम मुंह पर भी इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. और यह दक्षिण कोरिया का सबसे कारगर ट्रिक शामिल हुआ. और अब यह सोशल मीडिया में खुब वायरल हो रहा है.
दक्षिण कोरिया ने पहला केस सामने आने के बाद सबसे पहले दवा कंपनियों के साथ मिलकर टेस्टिंग किट का उत्पादन बढ़ाया. दो हफ्तों में जब संक्रमण के मामले बढ़े तो उन्होंने टेस्टिंग सेंटर को बढ़ा दिया. आज दक्षिण कोरिया के पास एक लाख टेस्ट सेंटर बने हुए हैं. इतना ही नहीं दक्षिण कोरिया 17 देशों को टेस्ट किट मुहैया करा रहा है. आपको बता दें कि कोरोना वायरस ने दक्षिण कोरिया ने एक दिन के लिए बाजार बंद नहीं किया. दक्षिण कोरिया ने न तो मॉल बंद किया और न ही किसी बाजार को बंद किया और न ही किसी को घऱ में रहने की बात कही गई. आपको बता दें कि यह सब इसलीए हुआ कि दक्षिण कोरिया सन 2005 से ही इसका अभ्यास कर रही है. तब दक्षिण कोरिया में मिडिल ईस्ट रेस्पारेट्री सिंड्रोम फैला था तो दक्षिण कोरिया के लोगों ने इसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था.