उ. प्र.- कोरोना के खौफ से डिप्रेशन में आये दो युवको ने किया आत्महत्या, एक ने अपनी गर्दन काटकर तो दूसरा ट्रैन से कट कर कर ली आत्महत्या.

22 Mar, 2020 05:19 PM | Saroj Kumar 506

उत्तर प्रदेश के हापुड़ के पिलखुआ में कोरोना वायरस के खौफ का एक दर्दनाक मामला प्रकाश में आया। काफी दिन से बुखार न उतरने पर एक युवक ने आत्महत्या कर ली। उसे शक हो गया था कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित है। युवक ने देर रात पत्नी और बच्चों को नींद में छोड़ दूसरे कमरे में अपनी गर्दन काट ली। घटना सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम के बाद जांच के लिए युवक के शरीर लिया गया सैंपल लखनऊ भेजा जाएगा। युवक ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें कोरोना वायरस का जिक्र है। मौत के बाद स्वास्थ विभाग की टीम ने युवक के घर को सेनेटाइज किया है।


पिलखुवा के रहने वाले सुशील(30) को कुछ दिन पहले बुखार आया था। बुखार न उतरने पर वह मोदीनगर में अपना इलाज करा रहा था। सुशील को बुखार के साथ-साथ गले में इंफेक्शन भी हो गया। इसके बाद वह सरकारी अस्पताल भी पहुंचा। लेकिन कोई सेंपलिंग न होने और खासी बुखार होने के कारण लोग उससे बचने लगे। जिससे युवक डिप्रेशन में पहुंच गया। युवक ने रात को कमरे में गर्दन काटकर आत्महत्या कर ली। सुशील के सुसाइड नोट में लिखा था कि कोरोना के कारण उसने मौत को गले लगा लिया। 


कोरोना के डर से युवक ने ट्रेन के आगे लेटकर दिया जान.


कोरोना वायरस के डर से आत्महत्या करने का दूसरा मामला भी उत्तर प्रदेश से है। कई दिनों से बुखार के चलते बरेली के युवक को शक था कि उसे कोरोना वायरस ने अपनी जद में ले लिया है। बुखार न उतरने के चलते खौफ में आए युवक ने मालगाड़ी से कटकर जान दे दी। बताया जा रहा है कि वह जंक्शन पर आया और आत्महत्या करने से पहले उसने कहा भी कि मुझे कोरोना है, मुझे बचा लो। पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। युवक ट्रैक पर लेट गया, इसी बीच मालगाड़ी आ गई। जब तक लोग उसे बचाने दौड़े। उसके पेट के ऊपर से मालगाड़ी का पहिया चढ़ गया। मृत युवक की पहचान नहीं हो पाई है।

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