देश भर में जनता कर्फ्यू के बीच दिल्ली के शाहीन बाग से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ जारी प्रदर्शनस्थल के पास पेट्रोल बम फेंका गया है। प्रदर्शनस्थल के पास पेट्रोल बम फेंकने का दावा प्रदर्शनकारियों ने किया है।
प्रदर्शनस्थल के पास यह घटना कैसे हुई। किसने पेट्रोल बम फेंका इस बाता खुलासा नहीं हो पया है। घटना के बाद प्रदर्शनकारियों के आरोप पर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
फॉरेंसिक जांच टीम और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने शाहीन बाग में सीएए विरोधी प्रदर्शनस्थल के पास निरीक्षण किया, जहां आज कथित रूप से पेट्रोल बम फेंके जाने के बाद आग लग गई थी। पूरे मामले की जांच जारी है।
गौरतलब है कि इससे पहले प्रदर्शनस्थल के पास फायरिंग हो चुकी है। उस समय प्रदर्शनकारियों ने आरोपी को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था। फायरिंग में किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था। ऐसे में एक बार फिर प्रदर्शनस्थल के पास इस तरह की घटना होने से कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं। सवाल यह कि आखिर पुलिस क्या कर रही थी।
डीसीपी साउथ ईस्ट दिल्ली ने बताया कि मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने कहा है, 'एक बाइक सवार केमिकल फेंक कर भागा है, हम सीसीटीवी देख रहे हैं आसपास के लोगों के बयान को वेरीफाई कर रहे हैं.' पुलिस के मुताबिक दो जगहों पर यह हमला हुआ है. एक शाहीनबाग प्रोटेस्ट साइट पर, दूसरा जामिया गेट नंबर सात पर.
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने इंडिया इस्लामिक सेंटर में शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों के साथ मिलकर बैठक की थी. यहां दिल्ली पुलिस ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए लोगों से प्रदर्शन खत्म करने की अपील की. इस बैठक में डीसीपी साउथ ईस्ट समेत दिल्ली पुलिस के कई सीनियर ऑफिसर भी मौजूद थे.
वहीं प्रदर्शनकारियों की तरफ से इंडिया इस्लामिक सेंटर के प्रेसिडेंट सिराजुद्दीन, सेक्रेटरी बदरुद्दीन और शाहीनबाग में प्रदर्शन करने वाले 7 प्रदर्शनकारियों ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया.
देश भर में जनता कर्फ्यू के बीच शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। महिलाएं प्रदर्शनस्थल पर मौजूद हैं। उनका यह भी कहना है कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए पीएम मोदी द्वारा बुलाए गए जनता कर्फ्यू को उनका समर्थन है।