जहानाबाद। शहर के साथ ही जहानाबाद के पश्चिमी इलाके के लोगों को जाम की समस्या से निजात दिलाए जाने के उद्देश्य से राजाबाजार के पुराने अंडरपास से दक्षिण एक नए अंडरपास का निर्माण तो कराया गया लेकिन इससे आम जनों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। एनएच के एक करोड़ 84 लाख रूपए की लागत से रेलवे ने इसका निर्माण कराया है। जब इसका निर्माण कार्य आरंभ हुआ था तो लोगों को लगा था कि अब उनलोगों को जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आज भी छोटे वाहन संचालक क्या बड़े वाहन चलाने वाले भी उस अंडरपास से होकर जाना नहीं चाहते हैं। कारण यह है कि उसमें पानी भरा रहता है। जब हल्की बारिश होती है तब तो उसकी स्थिति और खराब हो जाती है। इस अंडरपास को लेकर खुब राजनीति भी हुई। धरना-प्रदर्शन का दौर चला। जब सड़क जाम की समस्या से लोग कराहने लगे तो रेलवे के डीआरएम ने स्थल निरीक्षण किया और उनलोगों ने अंडरपास की आवश्यकता महसूस की। एनएच के लोगों ने भी इसे काफी गंभीरता से लिया। एनएच की योजना थी कि अंडरपास को नाली सहित बनाया जाए। इसी उद्देश्य से उसने रेलवे को तीन करोड़ रूपए आवंटित की थी। लेकिन स्टीमेट नाली के बगैर बना। जब इसका निर्माण कार्य पूरा हुआ तो जिलाधिकारी नवीन कुमार द्वारा परिचालन आरंभ कराने में काफी रूची ली गई। उनके द्वारा अंडरपास के पूरब और पश्चिम अतिक्रमण को हटवाया गया ताकि लोगों की परेशानी दूर हो। उनके इस प्रयास के बाद भी जब परिचालन आरंभ नहीं हुआ तो उन्होंने रेलवे के अधिकारियों से संपर्क साधा। जब इसमें रूची नहीं ली जाने लगी तो कड़े पत्र भी लिखे गए। इतना ही नहीं अनुमंडल पदाधिकारी ने तो तीन दिनों के भीतर पानी की निकासी नहीं कराए जाने पर कार्रवाई की भी नोटिस दी थी। बावजूद उनलोगों की एक नहीं सुनी गई। अब तो डीएम तथा एसडीओ दोनो हाथ खड़ा कर लिए हैं। इस संबंध में डीएम ने कहा कि इसके बारे में एनएच के लोगों से ही बात करें। उनके इस बात से ऐसा लगा कि उनकी बात सुनी नहीं जा रही है। जिसके कारण वे काफी दुखी हैं। इधर स्थानीय सांसद चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी को भी ताने सुनने पड़ रहे थे। उन्होंने गुरुवार को रेल मंत्री को ज्ञापन दिया और उनसे अंडरपास से जलनिकासी कराए जाने का आग्रह किया है। सांसद के अनुसार उन्हें सकारात्मक आश्वासन भी मिला है। अब लोग उनकी ओर आशाभरी निगाह से देख रहे हैं। जब तक पानी की निकासी का इंतजाम नहीं होता है तब तक इस अंडरपास का कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। इसके निर्माण में आंदोलन के जरिए महती भूमिका निभाने वाले रालोसपा के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल शर्मा ने कहा कि उन्हें डीआरएम से बात हुई है और उन्होंने इस दिशा में कारगर कदम उठाए जाने का आश्वासन दिया है।यहां के लोगों में इस अंडरपास को लेकर काफी आक्रोश है।
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Posted By: Jagran
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