बेगूसराय। जिला शिक्षा विभाग शिक्षकों की हड़ताल से काफी खिन्न दिख रहा है। नतीजतन विगत दो दिनों से सैकड़ों हड़ताली शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई कर चुका है। बुधवार को जहां डीईओ ने पांच सौ 16 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की थी, तो वहीं गुरुवार को भी करीब ढ़ाई सौ शिक्षकों को निलंबित करने का अनुशंसा पत्र संबंधित नियोजन ईकाइयों को भेजा है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि अलग-अलग मूल्यांकन केंद्रों पर जारी इंटर-मैट्रिक के मूल्यांकन कार्य में शामिल नहीं होने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई हो रही है। इसमें अधिकतर नियोजित शिक्षक हैं, जिन्हें निलंबित करने का अधिकार नियोजन इकाई को है, इसलिए जिला शिक्षा पदाधिकारी संबंधित नियोजन इकाइयों को पत्र भेजकर दोषी शिक्षकों को निलंबित करने की अनुशंसा कर रहे हैं। जबकि यह नियोजन इकाई पर निर्भर करता है कि वे इस पर क्या कदम उठाएंगे। उन्होंने बताया कि वैसे जिला शिक्षा पदाधिकारी के स्तर से नियोजन इकाइयों को जारी पत्र पर 99 प्रतिशत कार्रवाई हो जाती है, जबकि एक प्रतिशत पर कुछ तकनीकी कारणों से नहीं हो पाती है। इस लिए आप मान सकते हैं कि जिन शिक्षकों को निलंबित करने के लिए यहां से पत्र जारी हुआ है, उन सभी का निलंबन तय है। इधर, मैट्रिक के मूल्यांकन कार्य में लगाए गए शिक्षक कार्रवाई के बाद भी टस से मस होने को तैयार नहीं हैं। गुरुवार को बीपी स्कूल केंद्र पर लगाए गए करीब दो सौ और शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है। जबकि पचास शिक्षक विभिन्न मूल्यांकन केंद्रों के हैं। कहते हैं शिक्षक संघ के अध्यक्ष
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जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष उमानंद चौधरी ने इस मामले में कहा है कि विभाग के इन कार्रवाइयों को आप दमनात्मक रूप में देख सकते हैं। यह कार्रवाई हमारे संवैधानिक आंदोलनों को कमजोर करने की एक साजिश है। मगर हम जिला लोग इस कार्रवाई से न तो डरेंगे और न अपने आंदोलन से पीछे हटेंगे। हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक सरकार हम से सम्मानजनक वार्ता नहीं करती है।
Posted By: Jagran
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