बक्सर : बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन के पैनल से आरटीपीएस विभाग में कार्यरत कार्यपालक सहायकों का मानदेय दिसम्बर माह से लंबित है। जबकि, इनका काम ही विभिन्न प्रकार के सेवाओं को जनता को ससमय प्रदान करना है। होली के आठ दिन पूर्व आवंटन उपलब्ध होने के पश्चात भी मानदेय अबतक नहीं मिला और हर बार आवंटन उपलब्ध होने के बावजूद मानदेय मिलने में महीनों लग जाते है। यह कहना है कार्यपालक सहायकों का।
कार्यपालक सहायकों का कहना है कि समय से मानदेय नहीं मिलने के कारण वे भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। सुदूर प्रखण्ड आने-जाने के लिए भी आर्थिक तंगी झेलनी पड़ती है। बताया जाता है कि बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन के पत्र के आलोक में 1 जुलाई 2018 के प्रभाव से क्रमश: ग्रेड-1 के लिए 16843 तथा ग्रेड-2 के लिए 19643 रुपया इपीएफ अंशदान सहित उन्हें मानदेय भुगतान किया जाना है। परन्तु, विभिन्न विभागों में कार्यरत कार्यपालक सहायकों के वेतन में विसंगति है। कम आवंटन प्राप्त होने के कारण सहायकों को पूर्व निर्धारित मानदेय 11345 ही भुगतान किया जा रहा है। जबकि कुछ अन्य विभागों में पुनरीक्षित मानेदय एरियर सहित भुगतान कर दिया गया है। नाम नहीं छापने की शर्त पर सहायकों ने बताया कि वे इस मामले में जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराना चाहते हैं। ताकि, उनका भुगतान ससमय एवं नियमानुकूल हो जिससे उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।
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Posted By: Jagran
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