डीएम सौरभ जोरवाल, एसपी दीपक वर्णवाल एवं डीडीसी अंशूल कुमार ने सोमवार को सदर अस्पताल का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने सबसे पहले कोरोना वायरस को लेकर बने आइसोलेशन वार्ड को देखा। डीएम ने कहा कि इस वार्ड को पूरी तरह सुरक्षित रखना है। फिलहाल जिले में कोई भी कोरोना के मरीज नहीं मिले हैं। अगर कोई मरीज मिलता है तो उसे वार्ड में रखकर प्राथमिक उपचार किया जाएगा। डीएम ने नशा उन्मूलन विभाग को बेहतर करने का निर्देश दिया। कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो इसका उपयोग किया जाएगा। डीएम ने कहा कि यह एक वायरल बीमारी है, जिससे बचने की जरुरत है। डीएम ने सीएस डॉ. अकरम अली को निर्देश देते हुए कहा कि अस्पताल में सबसे पहले सफाई रखना है। इस मामले में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए। मरीजों का इलाज बेहतर तरीके से करें ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। अस्पताल में मरीज बहुत उम्मीद लगाकर पहुंचते हैं कि उन्हें निशुल्क बेहतर तरीके से इलाज होगा। मरीजों के इलाज में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएस को निर्देशित किया कि वे चिकित्सकों के साथ बैठक करें। बैठक में उनकी समस्याओं को जानें। अगर जो चिकित्सकों की समस्याएं है उसे हमारे समक्ष रखें। सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। रोस्टर बनाकर प्रतिदिन चिकित्सक मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज करें। अस्पताल निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि कुत्ता काटने का इंजेक्शन खत्म है और मरीज भटक रहे हैं। सीएस को निर्देशित करते हुए तत्काल इंजेक्शन मंगवाने को निर्देश दिया। कहा कि मरीजों का गुणवत्तापूर्ण इलाज मिले इसके लिए टीम बनाकर कार्य करें। अधिकारियों ने बाल चिकित्सा वार्ड, प्रसव कक्ष, पुरुष वार्ड, महिला वार्ड का निरीक्षण किया। डीएम ने कहा कि सभी पीएचसी एवं रेफरल अस्पतालों का निरीक्षण किया जाएगा। उसकी स्थिति को देखा जाएगा। जो समस्याएं होंगी उन्हें खत्म किया जाएगा। उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार, डीपीएम डा. कुमार मनोज, प्रबंधक ठाकुर चंदन सिंह उपस्थित रहे।
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Posted By: Jagran
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