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संसू, मांझी(सारण) : मांझी कृषि विज्ञान केंद्र में शनिवार को वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 12 वीं बैठक संपन्न हुई। कार्यक्रम का उद्घाटन राजेंद्र प्रसाद राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ एमएस कुंडू ने दीप प्रज्वलित कर किया। बैठक में वरिष्ठ वैज्ञानिक व अध्यक्ष डॉ अभय कुमार सिंह ने गत वर्ष 2018 से 2019 तक कृषि विज्ञान केंद्र में किए गए कार्यों की प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया एवं कृषि विज्ञान केंद्र के उपलब्धियों को पटल पर रखा। बीते वर्षों में किए गए अलग अलग दलहन, तेलहन एवं सब्जियों के प्रथम पंक्ति प्रत्यक्षण का भी व्योरा प्रस्तुत किया गया। साथ ही कृषक गोष्ठी, प्रक्षेत्र दिवस, कार्यशाला स्वच्छता अभियान, जल जीवन हरियाली, प्रक्षेत्र परीक्षण सहित कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा चलाए गए अभियान का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। बैठक में केवीके के द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष में किए जाने वाले कार्यों का विस्तृत प्रतिवेदन सदस्यों की सहमति एवं भ्रमण हेतु प्रस्तुत किया गया। जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा समेकित कृषि प्रणाली को प्रत्यक्षण इकाई के रूप में कृषि विज्ञान केंद्र में विकसित करने के अलावा आम का पौधाशाला को भी विकसित करने का का प्रस्ताव रखा गया। वही बैठक में डीडीएम नाबार्ड ने जल संरक्षित खेती एवं जलवायु अनुकूल खेती हेतु प्रशिक्षण सहित कई कार्यों में कृषि विज्ञान केंद्र की भूमिका पर चर्चा की। गैर सरकारी संस्था, नवजागरण विकास समिति एवं प्रगतिशील किसान तथा महिला किसान प्रतिनिधियों ने कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यों को सराहना की एवं कृषि से संबंधित सुझाव को रखा। कार्यक्रम का समापन पंकज कुमार के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन कर किया गया। इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी जयराम पाल, डीडीएम नाबार्ड एके श्रीवास्तव, सुजीत कुमार, विनय कुमार, सुनीता शहीद कई लोग मौजूद थे। केंद्रीय कृषि वैज्ञानिको ने जैविक उत्पाद फसलों का किया निरीक्षण
संसू, बनियापुर: कृषि वैज्ञानिकों ने शनिवार को कराह पंचायत स्थित कराह गांव में जैविक खाद से उत्पादित फसलों सहित जैविक केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण दल में शामिल डॉ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा के निदेशक डा. कुंडू, अभय कुमार, सुरेन्द्र प्रसाद, डा. अनुराधा, डा. वरुण, आरके मण्डल, अभियन्ता राजेश कुमार आदि के प्रतिनिधिमंडल ने कराह गांव स्थित रामेश्वर सिंह के द्वारा संचालित जैविक उत्पाद से केला, मशरूम व ब्रोकली की खेती का निरीक्षण किया।
कृषि वैज्ञानिकों ने कृषि में रासायनिक उत्पाद का प्रयोग से होने वाले इफेक्ट व बीमारियों की चर्चा किया। वहीं जैविक उत्पाद से सुलभ खेती रोगमुक्त अनाज की भी चर्चा की। ज्ञात हो कि उक्त उत्पाद के संबंध में जिला कृषि विभाग के द्वारा केंद्रीय कृषि विज्ञान केंद्र को जानकारी दी गयी थी।
Posted By: Jagran
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