चुनौतियों के बावजूद महज चार दिन हुई देर, इंटर की कॉपियों की जांच पूरी

बिहारशरीफ :कई संगठनों के बैनर तले नियोजित शिक्षकों के हड़ताल में रहने और मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार की घोषणा के बावजूद शिक्षा विभाग ने इंटरमीडिएट परीक्षा की कॉपियों की जांच महज चार दिनों के विलंब से 13 मार्च की शाम तक पूरी कर ली। यह 570 शिक्षकों के टीम वर्क का कमाल रहा। जिन्होंने मिशन मोड में जिले के पांच केन्द्रों पर कुल 2 लाख 90 हजार 553 कॉपियां जांची। हालांकि इस बीच सरकार ने सख्ती भी की और मूल्यांकन कार्य में योगदान नहीं करने वाले 214 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज करा दी और 160 को निलंबित कर दिया।

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बता दें कि इंटर की कॉपियों की जांच के लिए विद्यालय परीक्षा समिति ने 26 फरवरी से 09 मार्च तक की समय सीमा तय की थी। इस लक्ष्य को हासिल करने को जिला शिक्षा पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिए थे। डीईओ ने बताया कि गुरुवार की शाम तक 2 लाख 79 हजार 470 कॉपियों की जांच हो चुकी थी। शेष 11, 088 कॉपियों की जांच शुक्रवार को पूरी कर ली गई।
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इंसेट के लिए
मैट्रिक की कॉपियों की जांच में योगदान नहीं करने वाले 745 शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
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- 17 मार्च तक 3 लाख 48 हजार 124 कॉपियों की जांच पूरी करने में जुटे हैं 800 शिक्षक
- 12 मार्च तक 28 हजार 909 कॉपियों की हो सकी है जांच, लक्ष्य पूरा करना मुश्किल
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जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : शहर के छह केन्द्रों पर मैट्रिक की कॉपियों की जांच 17 मार्च तक पूरी करने में 8 सौ शिक्षक जुटे हैं। इस बार कुल 3 लाख 48 हजार 124 कॉपियों के मूल्यांकन के लिए कुल 1545 शिक्षकों को योगदान करने का आदेश दिया गया था। लेकिन इसमें से 745 शिक्षकों ने योगदान नहीं किया। अब इनके खिलाफ शिक्षा विभाग कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि कॉपी के मूल्यांकन में शिक्षकों के हड़ताल के कारण इस बार प्रस्तावित विद्यालयों के शिक्षकों, उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को लगाया गया है ताकि मूल्यांकन कार्य समय पर पूरी हो सके। उन्होंने कहा कि कॉपी जांच का काम 5 मार्च से शुरू हो कर दिया गया। गुरुवार तक 28,909 कॉपियों की जांच हो चुकी है। शेष 3 लाख 19 हजार 215 कॉपियों का मूल्यांकन 17 मार्च तक हर हाल में समाप्त करना है। डीईओ ने स्पष्ट रूप से कहा कि मूल्यांकन में सहयोग नहीं करने वाले शिक्षकों पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। बहरहाल, कॉपियों की जांच की रफ्तार देखते हुए लक्ष्य हासिल करना टेढ़ी खीर लग रही है।
Posted By: Jagran
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