प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति काफी दयनीय बनी है। स्थिति यह है कि रात्रि में स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह अंधेरे में डूबा रहता हैं। जिसे देखने वाला कोई नहीं है। डॉक्टर से लेकर स्वास्थ्य प्रबंधक तक की उदासीनता इसमें झलकती है। एक ओर जहां पूरी दुनियां कोरोना वायरस की चपेट में हैं और बिहार सरकार भी इसको लेकर काफी गंभीर हैं। सरकार ने 31 मार्च तक सारे स्कूल-कॉलेज बंद रखने की घोषणा की है। वहीं अकबरपुर में स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी से लेकर डॉक्टर लापरवाह बने हैं। मरीजों को सरकारी सुविधाएं सही से नहीं मिल रही है। दवा से लेकर बेड पर चादर तक की समस्या आती है। जिसके कारण अकबरपुर में इनदिनों स्वास्थ्य व्यवस्था बेपटरी हो चुकी हैं। कुछ इसी प्रकार का मामला गुरुवार की रात्रि देखने को मिला। जहां मारपीट के बाद इलाज के लिए अकबरपुर निवासी सोनू पांडेय अपने मां के साथ स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। उन्होंने बताया कि बेड पर चादर तक नहीं दिया गया। जिससे रातभर ठंड में रहने को मजबूर होना पड़ा। इस प्रकार की कुव्यवस्था प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अकबरपुर में आम बात है।
Posted By: Jagran
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