प्रखंड के सोखोदेवरा कृषि विज्ञान केंद्र में ग्राम निर्माण मण्डल के तत्वाधान में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 14 फरवरी से शुरू हुए मुर्गीपालन से संबंधित प्रशिक्षण का समापन सोमवार को हुआ। इसकी जानकारी देते हुए केवीके के पशु वैज्ञानिक डॉ. धनंजय कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण 30 दिनों तक 200 घंटे चला। जिसमें जिले के चयनित 20 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को मुर्गीपालन के क्षेत्र में चल रहे तीन लेयर फार्म का भी क्षेत्र भ्रमण करा मुर्गीपालन कैसे करें, इस संदर्भ में जानकारी दी गई। समापन के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए पशु वैज्ञानिक डॉ धनंजय ने कहा कि मुर्गी पालन एक लाभकारी व्यवसाय है। जिसे अपनाकर बेरोजगार स्वरोजगार सृजन कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। मौके पर कोर्स कॉर्डिनेटर डॉ. जयवंत कुमार सिंह, रौशन कुमार, विकास कुमार आदि ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए।
Posted By: Jagran
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