प्रखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामरतन गिरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने रविवार को अनुमंडलीय अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान साफ-सफाई की कमी, सुलभ शौचालय का अभाव एवं पानी निकास के लिए नाली निर्माण नहीं होने को गंभीरता से लिया गया। जांच टीम ने कहा कि 75 शय्या का अस्पताल सिर्फ नाम का है, यहां मात्र 40 बेड ही उपलब्ध है। ओपीडी में मात्र एक डॉक्टर रहते हैं। एक्स-रे, सीटी स्कैन, एमआरआइ, अल्ट्रासाउंड की कोई व्यवस्था नहीं है। अस्पताल में पैथोलॉजी की सुविधा तो है लेकिन मरीजों से बाहर से ही कराकर लाने को कहा जाता है। अस्पताल में महिला डॉक्टर एवं सर्जन नहीं हैं, जिसके कारण मरीजों को रेफर कर दिया जाता है। जिससे कई बार ऐसा हुआ है कि रोगी रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। अस्पताल में निशुल्क दवाई दी जाती है, लेकिन बहुत सारी दवाईयां उपलब्ध नहीं है। आपातकालीन सेवाओं के लिए किसी प्रकार की कोई व्यवस्था अनुमंडलीय अस्पताल में नहीं है। केवल उपचार के बाद नवादा रेफर यहां से मरीजों को कर दिया जाता है। अस्पताल में न ब्लड बैंक की सुविधा है और न ही बच्चों के डॉक्टर उपलब्ध हैं। अस्पताल के अंदर प्रसव संबंधी मुख्य दवाइयों की कमी है। दवाइयां बाहर से मंगाई जाती है। अस्पताल में कफ सिरप एवं विटामिन इत्यादि कई सारी दवाइयां है जो कि यहां उपलब्ध नहीं है। कार्यकर्ताओं के द्वारा कहा गया कि अस्पताल की दुर्दशा को देखते हुए आगामी 13 मार्च को अस्पताल गेट के समीप एक दिवसीय धरना का आयोजन किया जाएगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि 15 मार्च से 15 अप्रैल तक चलो पंचायत की ओर कार्यक्रम के तहत किसानों का समर्थन मूल्य एवं किसानों से संबंधित समस्याओं को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता अहिसात्मक आंदोलन करने का निर्णय लिया है। मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ता नरेश राम, डॉ. निजामुद्दीन,डॉ. अनवारूल हक, मोहन चौधरी, बालकृष्ण यादव, प्रमोद राजवंशी, राजेश कुमार, उमाशंकर प्रसाद, विजय राजवंशी, सुधीर प्रसाद यादव के अलावा दर्जनों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं उपस्थित थे।
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Posted By: Jagran
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