रामगढ़ क्षेत्र के सदुल्लहपुर पंचायत के डरवन व नोनार पंचायत के छेवरी विद्यालय में एमडीएम में लूट हो रही है। पहले भी यह विद्यालय बच्चों की कम उपस्थिति के बावजूद अधिक बच्चों का एमडीएम बनाने का पंजी में नाम अंकित करते थे। जब हड़ताल अवधि में सभी शिक्षक हड़ताल पर हैं तो भी यहां एमडीएम धड़ल्ले से बन रहा है। सभी जानते हैं कि यहां केवल एचएम ही आकर विद्यालय खोलते थे और दोपहर बाद चले जाते थे। इन विद्यालयों में केवल एक ही सरकारी शिक्षक थे। बाकी के नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से ही हड़ताल पर हैं।
डरवन विद्यालय तो एक मार्च के बाद एमडीएम का पंजी क्लोज किया लेकिन छेवरी में अभी भी चल रहा है। पांच सौ से तीन सौ बच्चों का एमडीएम प्रत्येक दिन बनने की बात कागज में अंकित हुई है। जो गहरे षडयंत्र की ओर इशारा कर रहा है। हड़ताल अवधि से पहले जब सभी शिक्षक इन विद्यालयों में रहते थे तब भी एमडीम पंजी में उपस्थित नामांकित सभी बच्चों की भरी जाती थी। इस गड़बड़झाला को लेकर पिछले माह ग्रामीण जनता कि शिकायत पर ब्लाक उप प्रमुख ओम सिंह द्वारा डरवन व छेवरी विद्यालय का जांच किया गया था जिसमें बच्चों की उपस्थिति से तीन गुना अधिक एमडीएम पंजी पर नाम बच्चों का चढ़ा था तथा तीन शिक्षक विद्यालय से बगैर सूचना के गायब मिले थे। डरवन के प्रधानाचार्य भी बिना किसी को प्रभार दिए गायब मिले थे। फिर भी यहां एमडीम के लिए तीन किलो सब्जी व डेढ़ किलो दाल का एमडीएम बनने की बात बताई गई थी। उप प्रमुख ने इन दोनों विद्यालय के प्रधान शिक्षक व अनुपस्थित शिक्षकों पर कार्रवाई के लिए लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखा था।
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इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी धीरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि इन दोनों विद्यालयों का मामला मेरे संज्ञान में है। छेवरी विद्यालय के एचएम से स्पष्टीकरण मांगा गया है। डरवन अभी वंचित है। मैं अभी बाहर हूं, होली बाद आते ही इन दोनों विद्यालय के मामले में कार्रवाई की जाएगी।
Posted By: Jagran
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