सुपौल। 2008 की कुसहा-त्रासदी के बाद ध्वस्त धाराओं का अब कायाकल्प होगा। पूर्वी कोशी मुख्य नहर के 14 आरडी से निकलने वाली नदी की धारा भेंगा धार सहित सुरसर धार, गेडा धार एवं हहिया धार का जीर्णोद्धार किया जाएगा। पूर्व विधायक उदय प्रकाश गोईत के नेतृत्व में गई शिष्टमंडल से बातचीत के बाद जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने इसे गंभीरता से लेते हुए इन धाराओं के जीर्णोद्धार के बारे में जानकारी दी।
क्षेत्र भ्रमण के दौरान करजाईन बाजार में पूर्व विधायक ने बताया कि जल संसाधन विभाग के सचिव से मिलकर उन्हें इन धाराओं की जर्जर स्थिति से किसानों के समक्ष उत्पन्न समस्याओं से अवगत कराया गया। पूर्व विधायक ने बताया कि 2008 के बाद तटबंध ध्वस्त होने तथा इन जलधाराओं की दिशा बदलने से किसानों के फसल एवं खेतों को काफी नुकसान हो रहा है। इन समस्याओं की तरफ ध्यान आकृष्ट कराने के बाद सचिव ने बताया कि इन जलधाराओं के जीर्णोद्धार के लिए विभागीय अभियंताओं को डीपीआर बनाने का निर्देश दिया गया है। डीपीआर तैयार होने के बाद इन धाराओं की तलहटी से बालू निकालकर इसे गहरा कर तटबंधों को मजबूत किया जाएगा।
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Posted By: Jagran
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