अरवल : कार्यालय बंद करते समय सभी बिजली उपकरणों का स्वीच ऑफ कर दें। सभी कार्यालय में दो दिन के भीतर सब-मीटर लगाएं ताकि बिजली की खपत कम हो सके। कार्यालय कक्ष में जरूरत के अनुसार बल्ब जलाए जाएं। खिड़की तथा पर्दे को खोलकर रखें और एलइडी बल्ब का उपयोग किया जाए। उक्त बातें जिलाधिकारी रविशंकर चौधरी ने मंगलवार को प्रथम जल, जीवन-हरियाली दिवस पर कही।
डीएम ने कहा कि जो लोग सबसे कम बिजली का उपयोग करेंगे उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। समाहरणालय के सभागार में कहा कि जलवायु परिवर्तन में उत्पन्न चुनौतियों से निपटने, जल को प्रदूषण मुक्त रखने, इसके स्तर को बनाए रखने, हरित आच्छादन को बढ़ावा देने के साथ ही इसके नवीनीकरण ऊर्जा के उपयोग एवं ऊर्जा की बचत के लिए प्रयास किया जा रहा है। सरकार ने प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को तथा अवकाश की स्थिति में अगले दिन बुधवार को जल जीवन हरियाली दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया है।
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यह दिवस मनाने का मकसद एक माह में क्या-क्या किया गया उसकी समीक्षा की जाएगी। जल की शुद्धता एवं हरियाली लाने के लिए आपके प्रयास का मूल्यांकन किया जाएगा। कितना पेड़ लगाया, कितने लोगों से पेड़ लगवाया साथ ही कितना फलदार वृक्ष लगाया।
सभी पदाधिकारी कार्यालय में सौर ऊर्जा का उपयोग करने की सलाह दी गई। 20-25 एकड़ जमीन में सोलर यंत्र स्थापित कर पूरे जिले को सौर ऊर्जा दिया जा सके। जल संचयन के लिए किसानों को अपने खेत के किनारे गड्ढा खोदने की सलाह दी ताकि सिचाई के लिए पानी कम लगे। । चापाकल, कुएं एवं नाले के पास सोख्ता बनाने पर बल दिया गया।
प्लास्टिक एवं पॉलिथिन के उपयोग पर पूर्णरूप से रोक लगाने के लिए सतत अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। उप विकास आयुक्त ने जल, जीवन-हरियाली संबंधित सभी 11 कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।
Posted By: Jagran
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