ग्रेटा थनवर्ग और साध्वी पद्मावती के बीच में कोई असमानता नहीं : राजेन्द्र सिंह

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित ग्रेटा थनवर्ग और भारत की साध्वी पद्मावती के बीच में कोई असमानता नहीं है। जलपुरुष डॉ राजेन्द्र सिंह जी ने शनिवार को फोन पर बातचीत में यह कहा। वे दिल्ली एम्स में भर्ती साध्वी के स्वास्थ्य सुधार को देख बेहद उत्साहित थे। उन्होंने कहा कि दोनों ही पर्यावरण के लिए आवाज बुलंद कर रही है। परंतु एक और जहां 16 वर्यीया ग्रेटा थनबर्ग को विश्व सिर आंखों पर बैठा रहा है, वही यह दुरभाग्यपूर्ण है कि 23 बर्षिया पद्मावती को कोई सुनने वाला नही है और वह 82 दिन से गंगा और पर्यावरण की सुरक्षा की मांग को लेकर अनशनरत थी और आज अस्पताल में जिन्दगी और मौत से जंग लड रही है। आज पूरी दुनिया का ध्यान पद्मावती के इस संघर्ष की तरफ दिलाना बेहद जरुरी है। क्योकि आज सारी दुनिया पर्यावरण और नदियों के प्रति बहुत सजग और संवेदनशील है। डॉ सिंह ने विश्वास जताया कि जब पूरा विश्व पद्मावती के त्याग के बारे में जानेगा तो उनके समर्थन में उठ खडा होगा। डॉ सिंह ने कहा कि 21 वीं शताब्दी संकट भरी है, हम अपने साझे भविष्य को आज सुधारने का प्रयास शुरु करे तो हमारी नदियां और हमारे पर्यावरण को ठीक किया जा सकता है। आज इसी बात को लेकर हमारी बहन ग्रेटा और पद्मावती उठ खड़ी हुई है। यह जरुरी है कि भारत सहित सारे विश्व की सरकांरे इनकी बातों को सुने और साकारत्मक होकर इनकी मांगों को विश्व को बचाने में सब जुट जाएं। 23 बर्षिया साध्वी पद्मावती गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए अपनी मांग रखते हुए हरिद्वार में 82 दिन से अनशनरत थी। अब सरकार ने उन्हें गंभीर अवस्था में 16 फरवरी 2020 से नई दिल्ली के एम्स के आईसीयू में भर्ती कराया है। वे प्रो जी. डी. अग्रवाल के गंगा के पर्यावरणीय आंदोलन से प्रेरित होकर उनकी मांगों को पूरा कराने के लिए 15 दिसम्बर 2019 से अनशन पर बैठी थी।


Posted By: Jagran
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