-विद्यालय को जमीन दान में मिलने के बावजूद विभाग बना है उदासीन
-पांच-छह वर्ष बीतने के पर भी नहीं कराया जा सका है निबंधन
संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल) : सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र में संचालित दर्जनों विद्यालयों को दान में मिली जमीन का अब तक निबंधन नहीं होने के कारण ऐसे सभी विद्यालय भूमिहीन व भवनहीन बने हुए हैं। जानकारी अनुसार नवसृजित विद्यालयों में दान में जमीन उपलब्ध कराने के जिला प्रशासन के अनुरोध पर प्राथमिक विद्यालय वासुदेव यादव टोला गढि़या, प्राथमिक विद्यालय बौआलाल मंडल टोला नारायणपुर, प्राथमिक विद्यालय महादलित टोला नारायणपुर सहित कई ऐसे विद्यालय हैं, जहां पर स्थानीय दाताओं ने स्वेच्छा से विद्यालय को जमीन दान में दी है। जमीनदाताओं द्वारा अपनी जमीन का दस्तावेज सहित अन्य आवश्यक कागजात भी विभागीय अधिकारी को उपलब्ध करा दिया गया लेकिन दुखद स्थिति यह है कि पिछले 5 से 6 वर्षों के दौरान विभागीय अधिकारी इस ओर कोई पहल नहीं किए। हालात यह है कि दान में जमीन मिलने के बाद भी कई विद्यालय भूमिहीन बने हैं और उसके भवन निर्माण की राशि नहीं दी जा रही है। प्राथमिक विद्यालय गढि़या के प्रधान सूर्य नारायण मंडल ने बताया कि जमीनदाता ने विद्यालय की जमीन के निबंधन को लेकर कई बार प्रयास किया लेकिन जिला कार्यालय तक उनकी आवाज अनसुनी कर दी गई। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय बौआलाल मंडल टोला नारायणपुर के जमीनदाता का कहना है कि उन्होंने खुद कई बार विभागीय अधिकारियों से जमीन के निबंधन को लेकर संपर्क किया लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं हुए इसलिए जमीन का निबंधन नहीं हो सका और विद्यालय भवनहीन बना है। संकुल समन्वयकों का कहना है कि जमीन के निबंधन को लेकर बरती जा रही शिथिलता के कारण आनेवाले समय में कई जमीनदाता अपनी जमीन को देने से मुकर सकते हैं। इससे काफी परेशानी होगी। इधर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हरिश्चंद्र राय ने बताया कि जमीन के निबंधन को लेकर कार्यवाही शुरू की जा रही है।
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Posted By: Jagran
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