सहरसा। चपराम अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली को लेकर गुरूवार को ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। प्राथमिक उपचार तक की सुविधा नहीं होने को लेकर को कांठो पंचायत के मंजर इमाम, शिवेंद्र कुमार सिंह व अन्य ग्रामीणों के अस्पताल के निरीक्षण करने के दौरान चिकित्सक बिना सूचना के अनुपस्थिति मिले जबकि अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी उपस्थित थे।
ग्रामीणों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रखंड के 13 पंचायतों की आबादी इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आश्रित है। लेकिन मात्र एक आयुष चिकित्सक व एक एमबीबीएस, जो अन्य जगह प्रतिनियुक्त हैं, के सहारे यह अस्पताल संचालित हो रहा है। जिस कारण मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है। डॉक्टर व संसाधनों की कमी के कारण मरीजों को इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है या फिर ग्रामीण चिकित्सकों पर निर्भर रहना पड़ता है। प्रसव गृह की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण यहां प्रसव कराने आयी महिलाओं को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। जिससे जच्चा-बच्चा को हमेशा जान का खतरा बना रहता है। ज्ञात हो कि अस्पताल में एक आयुष चिकित्सक डॉक्टर रूपा और एमबीबीएस डॉ विजय कुमार जो कहीं और प्रतिनियुक्त हैं,चार एएनएम व पांच ममता पदस्थापित हैं। शौचालय का रख-रखाव नहीं होने से उपयोग लायक नहीं है। स्वास्थ्य कर्मियों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है। पीने का पानी बाजार से खरीदना पड़ रहा है। अस्पताल परिसर में चारदीवारी के नहीं होने से आए हुए रोगियों में असामाजिक तत्व और आवारा पशुओं भय बना रहता है।
इस मौके पर सतीश मुखिया, ललन यादव, मो. जफर मो. तुफैल, मो. अफरोज, मो. कासिम, महादेव कुमार, लाल बिहारी सादा, मोहम्मद तनवीर हसन, अफजल इमाम, मुकेश सादा, हरिश्चंद्र सादा, ने जिला प्रशासन से अविलंब अस्पताल की स्थिति में सुधार करने की मांग करते हुए तालाबंदी की धमकी दी है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एनके सिन्हा ने बताया बिना सूचना गायब कर्मी पर कार्रवाई की जाएगी। व्यवस्था में सुधार का प्रयास जारी है।
Posted By: Jagran
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