बक्सर। गायघाट के मध्य विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना में भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद जांच से पहले ही रजिस्टर की चोरी हो गई। कथित चोर विद्यालय का ताला तोड़कर बर्तन और रजिस्टर की चोरी ली। बाद में बर्तन को फेंक दिए और रजिस्टर अपने साथ लेते चले गए।
विद्यालय में मनमानी पर ग्रामीणों की शिकायत के आलोक में विभाग के अवर सचिव ने शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को जांच करने का आदेश दिया था। उनके आदेश के बाद मध्याह्न भोजन योजना के जिला प्रबंधक अविनाश कुमार सिंह तथा प्रधान लिपिक 24 जनवरी को जांच करने पहुंचे। उस दिन दोपहर तक विद्यालय का ताला खुला ही नहीं और एक भी शिक्षक पढ़ाने नहीं आए। स्कूल के बच्चे बाहर खेल रहे थे। अधिकारी ने जब छात्रों से पूछताछ की को विद्यालय में भ्रष्टाचार अनियमितता और मनमानी की कलई खुल गई। उस दिन अधिकारी विद्यालय की जांच पड़ताल किए बिना ही वापस लौट गए। इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा विद्यालय के प्रधानाध्यापक सहित 9 शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की गई और सभी शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है। इसी बीच विद्यालय में रहस्यमय तरीके से भ्रष्टाचार के रजिस्टर की ही चोरी हो गई। विद्यालय की प्रभारी रीना सिंह द्वारा ब्रह्मपुर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई। जिसमें कहा गया है कि चोरों ने मध्य विद्यालय गायघाट का ताला तोड़कर बर्तन और रोकड़-बही चोरी कर भाग गए। चोर लगभग 5 किलोमीटर दूर देवकुली गांव के बाहर बर्तन फेंक दिए। लेकिन, रोकड़ बही चोर अपने साथ ही लेते गए। पुलिस ने बर्तन बरामद भी कर लिया। इस चोरी को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष बीएन चौधरी ने चोरी के मामले को संदेहास्पद बताते हुए कहा कि पुलिस हर पहलू पर मामले की छानबीन करेगी। ग्रामीणों का कहना है कि मनमानी और अनियमितता पर पर्दा डालने के लिए ही कई तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी भी कम जिम्मेदार नहीं हैं।
Posted By: Jagran
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