संवाद सूत्र, हवेली खड़गपुर (मुंगेर) : जैविक खेती किसान के लिए पूरी तरह लाभदायक है। लेकिन, जानकारी के अभाव में किसान अब भी जैविक खेती की ओर अग्रसर नहीं हो रहे हैं। कृषि विभाग किसान को जैविक खेती के लिए प्रेरित करने में विफल रही है। जिस वजह से किसान आज भी जैविक खेती के बदले रासायनिक खेती कर रहे हैं। जानकारों की मानें तो छह दशक पूर्व पंजाब में हरित क्रांति की शुरुआत हुई। हरित क्रांति के माध्यम से किसानों को उन्नत तकनीक, बीज और रासायनिक खाद उपलब्ध कराई गई। फिर देखते ही देखते हरित क्रांति ने खाद्यान्न उत्पादन के मामले में पंजाब को पहला राज्य बना दिया, लेकिन आज पंजाब को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है। यहां की खेती में कीटनाशकों और खाद के रूप में रसायनों के प्रयोग से मिट्टी में उपस्थित प्राकृतिक उर्वरकता धीरे धीरे क्षीण होती चली गई। जानकर बताते हैं कि हवेली खड़गपुर प्रखंड क्षेत्र के किसान भी रासायनिक उर्वरक का अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसका परिणाम आने वाले दिनों में भयावह हो सकता है । इसके लिए जरूरी है कि कृषि विभाग प्रखंड के प्रत्येक पंचायतों फिर प्रत्येक गांवों में किसान शिविर लगाकर किसानों में जैविक खेती के प्रति जागरूक करें ।
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जैविक खेती में कुदरती खाद का किया जाता है प्रयोग
जैविक खेती में रासायनिक उर्वरकों कीटनाशकों के स्थान पर कुदरती खाद का प्रयोग किया जाता है। जैसे गोबर की खाद, हरी खाद, जीवाणु कल्चर के अलावा बायो-पैस्टीसाइड व बायो एजैंट जैसे क्राईसोपा आदि का प्रयोग किया जाता है। इससे न केवल भूमि की पैदावार शक्ति लंबे समय तक बनी रहती है बल्कि पर्यावरण भी संतुलित रहता है।
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जैविक खेती से किसान होंगे खुशहाल :
आर्थिक तौर पर किसान जैविक खेती को अपनाकर खुशहाल हो सकते हैं । किसान बालमुकुंद सिंह ने कहा कि अगर किसानों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया जाए, तो खेतों में पैदावार बढ़ेगी ।
जैविक खेती से होता है फायदा
- पौध वृद्धि के लिए आवश्यक पोषक तत्वों जैसे नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश के अलावे काफी मात्रा में गौण पोषक तत्वों की पूर्ति जैविक खादों से होती है ।
- इन खादों के प्रयोग से पोषक तत्व पौधों को काफी समय तक मिलता है। इन खादों के प्रयोग से दूसरे फसल को भी लाभ मिलता है।
- रासायनिक खाद के मुकाबले जैविक खाद सस्ते, टिकाऊ तथा बनाने में आसान होते हैं ।
- जैविक खाद पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक खनिज पदार्थ प्रदान कराते हैं। जिससे पौधे स्वस्थ होते हैं और उत्पादन में वृद्धि होती है ।
- जैविक खाद सड़ने पर कार्बनिक अम्ल देती है जो भूमि के घुलनशील तत्वों को अघुलनशील अवस्था में परिवर्तित करती है। इसमें सूक्ष्म पोषक तत्व की उपलब्धता बढ़ाती है ।
Posted By: Jagran
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