-116.36 करोड़ रुपये की लागत से पश्चिमी कोसी तटबंध ऊंचीकरण, सुदृढ़ीकरण, सड़क एवं संरचनाओं के निर्माण व पुनस्र्थापन कार्य दिसंबर 2020 तक होगा पूरा
-50.85 करोड़ रुपये की लागत से पूर्वी कोसी तटबंध के ऊंचीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं सड़क निर्माण, संरचनाओं का निर्माण, पुर्नस्थापन कार्य मार्च 2021 तक होगा पूरा
जागरण संवाददाता, सुपौल: बिहार विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने सदन में वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए बिहार का बजट पेश किया। इस बजट पर बिहार वासियों की आंखें लगी थी। बजट सत्र के दौरान उन्होंने कहा कि दुनियां मंदी के दौर से गुजर रही है। बावजूद बिहार ने 2019-20 में 15.01 विकास दर हासिल किया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट के लिए आम लोगों से भी राय-शुमारी की गई है। बजट में 62 लाख से भी अधिक किसानों को राहत दी गई है और उनके खाते में सरकारी मदद पहुंची है। बोले कि बिहार में शिक्षा पर सबसे ज्यादा खर्च किया जाएगा। 2 लाख 11 हजार 761 करोड़ रुपये का है बजट का आकार। 31 मार्च तक हर घर नल-जल योजना होगी पूरी। 1 लाख 36 हजार किसानों को मिलेगी सस्ती बिजली। शिक्षा पर 35 हजार करोड़ तो स्वास्थ्य पर 1937 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देश का पहला ग्रीन बजट है। इस बजट में 12 जिलों में जैविक खेती की योजना भी सम्मिलित है। बजट में उर्जा विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग आदि पर भी फोकस किया गया है। बजट में कोशी के इलाके का भी ख्याल रखा गया है। 116.36 करोड़ रुपये की लागत से सुपौल एवं मधुबनी जिला अंतर्गत पश्चिमी कोसी तटबंध उंचीकरण, सुदृढ़ीकरण व सड़क एवं संरचनाओं के निर्माण को दिसंबर 2020 तक पूरा किया जाएगा। साथ ही 50.85 करोड़ रुपये की लागत से सुपौल एवं सहरसा जिला अंतर्गत पूर्वी कोसी तटबंध के उंचीकरण, सुदढ़ीकरण एवं सड़क निर्माण, संरचनाओं का निर्माण, पुर्नस्थापन कार्य मार्च 2021 तक पूरा किया जाएगा।
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Posted By: Jagran
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