अरवल: जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न स्थिति निपटने प्रदूषण मुक्त परिवेश के लिए शासन के साथ नागरिकों की बड़ी जिम्मेदारी है। लोगों को हरित क्षेत्र को बढ़ावा देने के साथ वैकल्पिक ऊर्जा के उपयोग करना होगा। जल, जीवन-हरियाली अभियान की प्रथम स्थापना दिवस 3 मार्च को मनाया जाएगा ताकि जलवायु परिवर्तन के अनुरूप कृषि एवं संबंद्ध गतिविधियों को नये आयाम देने के लिए नागरिक जागरूक हो सके। उक्त बातें अरवल समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी रवि शंकर चौधरी ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ बैठक में कही।
डीएम ने सभी विभागों को जल जीवन हरियाली अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया। प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को जल जीवन हरियाली दिवस मनाया जाएगा। कार्यक्रम के तहत जल जीवन हरियाली के विषयों पर परिचर्चा होगी।
तीन मार्च को प्रथम जल जीवन हरियाली दिवस का आयोजन किया जायेगा। यह दिवस जिले से प्रखंड एवं पंचायत स्तर तक के सभी कार्यालयों में आयोजित होगी। संबंधित कार्यालय प्रधान का दायित्व होगा कि वे अपनी देखदेख में आयोजन कराएं। सभी कर्मियों तथा पदाधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित होना चाहिए। सौर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहन एवं ऊर्जा के बचत पर परिचर्चा की जाएगी। जहां बिजली ग्रिड नहीं है, वहां फसलों की सिचाई के लिए सोलर पंप का उपयोग किया जायेगा। सौर ऊर्जा चालित वाहन, रोशनी, खाना बनाने एवं पानी गर्म करने पर बल दिया। बैठक में डीडीसी राजेश कुमार, वरीय उपसमाहर्ता राजेश रंजन के साथ अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी मौजूद थे।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस