अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप मंगलवार को दक्षिण दिल्ली के मोती बाग स्थित सर्वोदय सह-शिक्षा उच्चतम माध्यमिक विद्यालय सरकारी स्कूल में 'हैप्पीनेस क्लास' में हिस्सा लेने पहुंची और इस दौरान वो खुद ही छात्र बन गईं. उन्होंने स्कूल केvछात्रों के साथ योग किया, कहानी सुनी व सुकून पहुंचाने वाली अन्य गतिविधियों का हिस्सा भी बनीं. उन्होंने कहा कि इस पाठ्यक्रम ने शिक्षकों के लिए 'स्वस्थ एवं सकारात्मक' उदाहरण पेश किया है और वह इससे प्रेरित हैं.
मेलानिया के मोती बाग स्थित सर्वोदय सह-शिक्षा उच्चतम माध्यमिक विद्यालय पहुंचने पर परंपरागत परिधान पहने उत्साहित छात्रों ने उनका स्वागत किया. मेलानिया के स्वागत में स्कूल को फूलों से सजाया गया था. स्कूल में अनेक स्थानों पर फूलों से रंगोली बनायी गई थी. छात्रों के बैंड ने बैगपाइप बजाकर अमेरिका की प्रथम महिला का स्वागत किया. मुस्कुराती मेलानिया तीन कक्षाओं में छात्रों से मिलीं जहां शिक्षकों ने उन्हें जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने बच्चों से बात भी की. विद्यालय के बच्चों ने अमेरिकी प्रथम महिला के सामने आकर्षक वेशभूषा में नृत्य भी किया. मेलानिया ने परंपरागत दीप प्रज्ज्वलित करने के बाद विद्यालय का दौरा किया. वह कक्षा चार के वाचनालय में पहुंचीं, जहां उन्होंने किस्सागोई सत्र में हिस्सा लिया.
मेलानिया छात्रों के लिए विद्यालय में बनाये गए गतिविधि कक्ष में छोटे बच्चों के साथ बैठीं. उस वक्त, चित्रकारी, प्ले मॉडलिंग और ब्लॉक से खेल रहे बच्चों से उन्होंने बातचीत की.
मेलानिया से छोटे बच्चों ने पुछा 'अमेरिका कितना बड़ा है?', 'क्या वह बहुत दूर है?', 'प्रथम महिला के तौर पर आप क्या करती हैं?' और 'आपका पसंदीदा कार्टून पात्र कौन सा है?' - जैसे कई सवाल पूछे. मेलानिया इसके बाद योग सत्र देखने के लिए मैदान में पहुंची जहां बच्चे 'सूर्य नमस्कार' कर रहे थे. प्रथम महिला ने चौथी कक्षा के बच्चों के साथ उनकी 'हैप्पीनेस क्लास' में ध्यान भी लगाया. थोड़ी देर ध्यान के बाद उन्होंने कहा, मुझे बहुत अच्छा लग रहा है.
आम आदमी पार्टी ने 2018 में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 'हैप्पीनेस क्लास' की शुरुआत की थी. स्कूल के अंदर का दौरा करने के बाद मेलानिया के लिए बच्चों ने मैदान में नृत्य का कार्यक्रम भी पेश किया. 'पधारो म्हारे देश' पर राजस्थानी नृत्य पेश कर बच्चों ने जहां वाहवाही बटोरी वहीं पंजाबी लोक नृत्य गिद्दा के दौरान मलेनिया ताली बजाकर बच्चों का उत्साह बढ़ाती नजर आईं. मलेनिया जब मगन होकर बच्चों का गिद्दा देख रहीं थीं तभी मंच के सामने बैठे एक बच्चे ने अचानक सबके बीच खड़े होकर शानदार भांगड़ा कर सबको चौंका दिया. खुद मलेनिया समेत सभी लोग इस बच्चे की हौसलाअफजाई करते दिखे.
हालांकि यह बच्चा जब अचानक नृत्य करने के लिए खड़ा हुआ तो वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी भी चौंक गए और उनमें से एक बच्चे के पीछे भी आ गया हालांकि उसने बच्चे को रोका नहीं. छात्रों को संबोधित करते हुए मेलानिया ने हैप्पीनेस क्लासेस की परिकल्पना को सराहा और उनके द्वारा शुरू की गई इसी तरह की 'बी बेस्ट' पहल के बारे में बातचीत की. मेलानिया ने उनके स्वागत के लिये विद्यालय प्रशासन को धन्यवाद भी दिया. उन्होंने कहा, मेरा स्वागत करने के लिए शुक्रिया. यह भारत का मेरा पहला दौरा है. यहां के लोग बेहद उत्साही मेजबान और दिल से उदार हैं. इस स्कूल का नाम है 'सर्वोदय' यानी सबकी समृद्धि. उन्होंने कहा कि यह बेहद प्रेरक है कि छात्र अपने दिन की शुरुआत सचेतन तरीके से प्रकृति से जुड़कर करते हैं.
उन्होंने कहा, शिक्षकों के लिए एक स्वस्थ व सकारात्मक उदाहरण पेश किया गया है जिससे वे आशापूर्ण भविष्य सुनिश्चित कर सकें. मेलानिया ने कहा, मैं शिक्षकों और स्कूल द्वारा छात्रों को लेकर किये जा रहे प्रयासों से पूरी तरह प्रभावित हूं. छात्रों ने भारतीय और अमेरिकी झंडे लहरा कर उनका अभिवादन किया और उन्हें तोहफे में एक मधुबनी पेंटिंग भी दी. उनकी यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे. इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनके स्वागत में ट्वीट किया था, मेलानिया आज हमारे स्कूल में हैप्पीनेस क्लास में शामिल होंगी.
हमारे शिक्षकों, छात्रों और दिल्लीवासियों के लिए खास दिन. भारत सदियों से दुनिया को आध्यात्मिकता की शिक्षा देता आया है. मुझे खुशी है कि वह हमारे स्कूल से प्रसन्नता का संदेश ले कर जायेंगी. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट कर उनका स्वागत किया. उन्होंने ट्वीट किया, हमारे स्कूल में स्वागत है, अमेरिका की प्रथम महिला. हमें उम्मीद है कि हैप्पीनेस क्लास में आपको बेहद अच्छा लगेगा. यह सिर्फ 18 महीने पुरानी पहल है लेकिन शुरुआती नतीजों ने हम में विश्वास जगाया है कि 'हैप्पीनेस दिल्ली', दुनियाभर में हम जिस हिंसक और द्वेष भरी मनोदशा का सामना कर रहे हैं उसका अंतिम समाधान है.