अपराध नियंत्रण बनी चुनौती, एक पखवारे में लूट की तीन घटनाओं से दहशत

बक्सर : जिले में लगातार लूट की घटनाओं से आम नागरिक दहशतजदा हैं। अपराध नियंत्रण के हर मोर्चे पर जिला पुलिस विफल साबित हो रही है। महज दस दिनों के अंदर लूट की तीन बड़ी वारदातों को अंजाम देकर अपराधियों ने पुलिस को कड़ी चुनौती दी है। जिससे निपटने में पुलिस की नई रणनीति भी कारगर साबित नहीं हो सकी। हाल में हुई लूट की वारदातें इसका पुख्ता प्रमाण हैं।

विगत दो माह की घटनाओं पर नजर डालें तो जिले में लूट की वारदातों में काफी वृद्धि हुई है। अपराधियों ने करीब आधा दर्जन लूट की वारदातों को अंजाम देते हुए पुलिस को कड़ी चुनौती दी है। जिनमें बैंक लूट समेत सड़क लूट की घटनाएं शामिल हैं। जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में लूट की तीन बड़ी वारदातों से खासकर व्यवसायियों दहशत व्याप्त है। अभी राजपुर में में हुई लूट की वारदात से पुलिस उबरी भी नहीं थी कि नगर में सरेशाम अपराधियों ने चार लाख की लूट को अंजाम दे दिया। इसके पूर्व 14 फरवरी को नगर थाना से महज कुछ कदमों की दूरी पर बाइक सवार हथियारबंद अपराधियों ने एक निजी फाइनेंस कर्मी से ढाई लाख रुपये लूट लिए थे। दिन में करीब दो बजे हुई इस घटना का पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर पाई थी। इसी बीच राजपुर थाना क्षेत्र के निकृष गांव के पास एक पशु व्यवसायी से 90 ह•ार रुपयों की लूट हो गई। इस घटना के 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि समाहरणालय के ठीक पीछे बाइपास रोड में गैस एजेंसी संचालक से 4 लाख रुपये लूट लिए गए। हालांकि, पिछले दिनों एसपी ने कहा था कि अपराध पर लगाम लगाने के लिए विशेष रणनीति के तहत वे जिले में कभी भी कहीं भी औचक वाहन जांच अभियान चलाकर अपराधियों के मंसूबों को विफल करने की कोशिश करेंगे। लेकिन, एसपी की यह रणनीति अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए काफी नहीं है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस अपराध और अपराधियों से निपटने के लिए कौन से नए तरीके अपनाती है।

Posted By: Jagran
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