गोपालगंज। अब डेयरी खोलकर महिलाएं अपना जीवन संवार सकेंगी। मांझा प्रखंड की तीस महिलाएं डेयरी खोलने का प्रशिक्षण लेने के बाद अब आत्मनिर्भर बनने की राह पर निकल पड़ी हैं। प्रशिक्षण लेने के बाद इन महिलाओं को आसान शर्त पर डेयरी खोलने के लिए दो से लेकर दस लाख रुपये तक का ऋण मिलेगा। डेयरी खोलने के बाद भी इन महिलाओं को समय समय पर प्रशिक्षण दिया जाता रहेगा। इन महिलाओं के साथ ही 25 ग्रामीण भी डेयरी खोलने का प्रशिक्षण लेकर स्वरोजगार अपना कर स्वावलंबी बनने की राह पर चल पड़े हैं।
सरकार ग्रामीणों को स्वावलंबी बनने के लिए विभिन्न काम धंधों का प्रशिक्षण दे रही है। प्रशिक्षण लेने वालों को आसान शर्त पर ऋण भी उपलब्ध करा जा रहा है। ताकि प्रशिक्षण लेने वालों को अपना काम धंधा शुरू करने में रुपये की कमी आड़े नहीं आए। सरकार की इस पहल का अब असर दिखने लगा है। ग्रामीणों के साथ ही महिलाएं भी अब प्रशिक्षण लेकर स्वावलंबी बनने के लिए आगे आने लगी हैं। इस बीच मांझा प्रखंड मुख्यालय में स्थित आरसेटी स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र में लगे दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में 30 महिलाओं ने डेयरी खोलने का प्रशिक्षण लिया। इनके साथ ही 25 ग्रामीणों ने भी डेयरी उद्योग का प्रशिक्षण लिया। शुक्रवार को प्रशिक्षण पूरा होने के बाद इन्हें प्रमाण पत्र दिया गया। इस संबंध में आरसेटी के निदेशक कृष्णा कुमार मिश्रा ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडो के कुल 45 लोगों को प्रशिक्षण पूरा करने के बाद स्वरोजगार प्रमाण पत्र दिया गया है । प्रशिक्षण लेने वाली महिलाएं तथा ग्रामीणों को डेयरी खोलने के लिउ बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। दो लाख से लेकर दस लाख तक का ऋण आसान शर्त पर स्वरोजगार प्रमाण पत्र के आधार पर मिलेगा। उन्होंने बताया कि आरसेटी के माध्यम से युवक-युवतियों को डेयरी उद्योग , मुर्गीपालन सहित विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वावलंबी बनाया जा रहा है।
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Posted By: Jagran
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