बक्सर : प्रखंड के स्थानीय पंचायत में बुधवार को कृषि विभाग द्वारा मृदा स्वास्थ्य दिवस मनाया गया। आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णानंद चक्रवर्ती ने कहा कि खेतों में दिन-प्रतिदिन घटता मृदा स्वास्थ्य चिता का विषय है। इसकी वजह से कृषि संसाधनों का अधिकतम उपयोग नहीं हो पा रहा है।
उर्वरकों का असंतुलित उपयोग, जैविक खाद के कम इस्तेमाल तथा पिछले कुछ वर्षों में घटते पोषक तत्वों की गैर प्रतिस्थापना के परिणामस्वरूप खेतों में पोषक तत्वों की कमी हुई है। इसलिए किसानों को नियमित मृदा स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए। प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरविद कुमार सिंह ने कहा कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से किसान अपने खेतों की मिट्टी की जांच करा सकते हैं। इससे न सिर्फ खेती आधारित अर्थव्यवस्था से किसानों एवं आम जनता के साथ पर्यावरण को भी लाभ पहुंचेगा। बल्कि, खेतों की उर्वरा शक्ति में भी अप्रत्याशित वृद्धि होगी। हालांकि, इस दौरान क्षेत्रीय किसानों ने विभागीय अधिकारियों के समक्ष अपने कृषि समस्या से संबंधित अनेक सवाल रखे। कार्यक्रम में मनोज कुमार दुबे, प्रफुल्ल रंजन सहित सारे कृषि समन्वयक, कृषि सलाहकार एवं काफी संख्या में क्षेत्रीय किसान मौजूद थे।
Posted By: Jagran
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