बेतिया। विवाहिता और उसके दो मासूम बच्चों की हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। रामनगर के डैनमरवा गांव निवासी रामचंद्र यादव की बेटी ललिता की शादी 2014 में शिकारपुर थाना के कौलाची टोला निवासी धनीलाल यादव से हुई थी। तब से ही दहेज के लिए अपाची बाइक का दबाव बनाया जा रहा था। हत्या की इस घटना में पहले ललिता और उसके दोनों बच्चों को ससुराल वालों ने घर में जलाया। इसके बाद यह बात कहीं बाहर नहीं जाए, इसपर पूरी गोपनीयता बरती गई। फिर बचे खुचे हिस्से को चिता पर जलाने के लिए बावड़ नदी के किनारे ले गए। शिकारपुर थाना क्षेत्र के अजुआ कौलाची टोला घटनास्थल से महज एक किलोमीटर दक्षिण बावड़ नदी के समीप एक छोटे से जल स्त्रोत के किनारे आनन-फानन में चिता बनाई। गांव के कुछ लोगों के सहयोग से धनीलाल यादव और उसका भाई बीरबल यादव तीनों शवों को ले गए। इसके लिए वैसे झाड़ीनुमा और सुनसान स्थल को चुना जहां आमलोगों का भी आना जाना नहीं होता। इधर मृतका के भाई कृष्णा बेदर्दी ने बताया कि ससुराल वालों को प्लेटिना बाइक दे दी थी लेकिन वे संतुष्ट नहीं थे। वे अपाची बाइक की मांग करते हुए हमेशा ललिता देवी से झगड़ा करते थे। इसी क्रम में ललिता देवी, उसके बच्चे सलोनी कुमारी और हिमांशु कुमार की हत्या कर दी। घटना की सूचना पर एसआइ लक्ष्मण प्रसाद और एएसआई पारसनाथ राम पुलिस बल के साथ पहुंचे। देखा कि चिता पर लाश जल रही है। एक ही चिता पर मां के साथ उन दोनों बच्चों को जलाया जा रहा था। चिता को बुझाया गया और शव को बरामद कर लिया गया। एसडीपीओ सूर्यकांत चौबे घटनास्थल ने वहां पहुंचकर छानबीन की है। एसडीपीओ ने बताया कि महिला घर में जली है। पुलिस ने जले हुए अवशेष को बरामद कर ली है। मृत महिला के मायके वालों के आवेदन पर पुलिस कार्रवाई करेगी। मामले में दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
महाशिवरात्रि उत्सव में महाप्रसाद बनाने के लिए बंगाल से आए 300 कारीगर यह भी पढ़ें
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस