संवाद सूत्र, बहादुरगंज (किशनगंज): बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर समान काम समान वेतन व राज्यकर्मी का दर्जा सहित अन्य मांगों को लेकर सोमवार से प्रखंड के सभी नियोजित शिक्षक हड़ताल पर चले गए। जिससे प्रखंड क्षेत्र के मध्य व प्राथमिक विद्यालय के 216 सरकारी स्कूलों में पठन-पाठन लगभग ठप रहा। वैसे इस दौरान नियमित शिक्षक अपने-अपने स्कूलों में उपस्थित रहे। हड़ताल को लेकर बच्चों की उपस्थिति भी लगभग हर स्कूलों में नहीं के बराबर थी।
इस मौके पर बिहार राज्य प्रारम्भिक शिक्षक संध के अध्यक्ष प्रमोद कुमार पाण्डेय की अगुवाई में प्रखंड संसाधन केन्द्र बहादुरगंज के मुख्य गेट पर सरकार व व्यवस्था के विरोध में नारेबाजी किया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर नियोजित शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने आज से शुरू हुए अनिश्चित हड़ताल को शत प्रतिशत सफल बताते हुए सरकार से नियोजित शिक्षकों को भी नियमित शिक्षकों के समान ही वेतनमान, सेवा शर्त, राज्य कर्मी की सुविधा जैसे सभी मांगों को शीध्र स्वीकृति देने अपील की। इस दौरान शिक्षकों ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती है, हड़ताल जारी रहेगा। हड़ताल के दौरान सभी नियोजित शिक्षक पठन-पाठन कार्य के साथ जनगणना, वीक्षण कार्य, सीआरसीसी, बीआरपी, कॉपी मूल्यांकन, बीएलओ सहित कार्यों से अलग रहेंगे। उन्होंने कहा कि यदि नीतीश सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती है तो सरकार दूरगामी परिणाम भोगने के लिए तैयार रहे। इस मौके पर मुख्य रूप से प्रमोद कुमार पाण्डेय, अब्दुल कादिर, आदिल रिजवान, शशि कुमार, राम नारायण, संजीव कुमार, फारुक आजम, रमेश कुमार सिंह, रंजीत कुमार सिंह, नुरूल इस्लाम, मो. मुजम्मिल, प्रदीप कुमार सिंह, अशोक कुमार, अनमोल कुमार, हीना कौशर, सरिता देवी, समर आलम, अमोद मिश्रा सहित दर्जनों नियोजित शिक्षक उपस्थित थे।
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Posted By: Jagran
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