सिवान । महाराजगंज में व्यवहार न्यायालय नहीं चलाने से आक्रोशित अधिवक्ताओं ने अनुमंडल स्थित अधिवक्ता संघ भवन में शनिवार को मुंशी सिंह की अध्यक्षता में बैठक कर विरोध की रणनीति तय की और सोमवार को धरना देने का निर्णय लिया। बैठक को संबोधित करते हुए सचिव दिनेश प्रसाद सिंह ने कहा कि पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के निर्देश पर महाराजगंज अनुमंडल मुख्यालय में व्यवहार न्यायालय चलाना था। सारी तैयारी प्रशासन द्वारा पूरी कर ली गई थी। महाराजगंज में न्यायालय चलाने के लिए आवश्यक उपस्कर व इजलास की व्यवस्था पुराने अनुमंडल कार्यालय में कर दी गई थी। उद्घाटन की तिथि 26 मई 2015 निर्धारित करने के बावजूद न्यायालय कार्य शुरू नहीं किया गया। इसके लिए 31 दिन तक अधिवक्ताओं ने आमरण अनशन भी किया। आश्वासन के बाद न्यायालय नहीं खोला गया। साजिश के तहत व्यवहार न्यायालय सिवान ले जाने की तैयारी पर अधिवक्ताओं ने आक्रोश प्रकट किया। अधिवक्ता संघ के सदस्य पीपी रंजन, राजकिशोर शर्मा, करुणा कांत सिंह, राजकिशोर शर्मा, चितरंजन सिंह, मिथलेश कुमार, राजीव रंजन, मनोज कुमार, प्रभात कुमार, संजय कुमार, बसंत कुमार, सत्येंद्र उपाध्याय, सुनील कुमार, रश्मि कुमार, राकेश कुमार, आमोद कुमार भानु, सुशील कुमार, रविकांत उपाध्याय, अरविद कुमार सिंह, अनिल कुमार सिंह, शशिकांत सिंह आदि ने भी बैठक में आक्रोश प्रकट करते हुए सोमवार को पुराना अनुमंडल सह व्यवस्थित व्यवहार न्यायालय गेट पर धरना पर बैठने का निर्णय लिया।
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Posted By: Jagran
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