बिहारशरीफ । 25 फरवरी से शुरू होने वाले 10 दिवसीय भारतीय शिक्षा-संस्कृति-प्रकृति महोत्सव एवं नालंदा पुस्तक मेला की तैयारी शुरू हो गई है। बिहारशरीफ के श्रम कल्याण केंद्र मैदान में होने वाले इस कार्यक्रम का ब्लू प्रिट तैयार कर लिया गया है। महोत्सव के उद्घाटन के दूसरे दिन 26 फरवरी को'रन फॉर नेचर'का आयोजन किया जाएगा। प्रकृति के लिए दौड़ का नेतृत्व जल पुरुष राजेंद्र सिंह करेंगे। इस दौड़ में छात्र-नौजवान, किसान-जवान, शिक्षक- अधिकारी, डॉक्टर-इंजीनियर सभी को आमंत्रित किया जाएगा। पुस्तक मेला के लिए एक सौ बुक स्टॉल का निर्माण कराया जाएगा। महोत्सव के दौरान विभिन्न विषयों पर आधारित सात सेमिनार का आयोजन अलग-अलग दिनों में किया जाएगा। इस सेमिनार में कई कुलपतियों के अलावा देश की जानी मानी हस्तियां शामिल होंगी। 28 फरवरी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के मौके पर स्कूल एवं कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए विशेष आयोजन व सेमिनार किया जाएगा। महोत्सव एवं पुस्तक मेला के आयोजक राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर स्मृति न्यास के अध्यक्ष नीरज कुमार ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुस्तक मेले में देश भर के सभी प्रतिष्ठित प्रकाशन समूहों के स्टॉल लगेंगे। वहीं महोत्सव के दौरान मुंबई के आइडिया थिएटर के डायरेक्टर मुजीब खान के निर्देशन में स्वामी विवेकानंद, मुंशी प्रेमचंद, रामधारी सिंह दिनकर व रविद्र नाथ टैगोर की रचनाओं पर आधारित 51 नाटकों का मंचन किया जाएगा। इसके अलावा विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा मनमोहक नृत्य-संगीत और प्रकृति को लेकर एकांकी प्रस्तुत किए जाएंगे। हॉस्पिटल मोड़ पर चार चौपाया द्वार बनाए जाएंगे। कार्यक्रम स्थल का नाम'तिलकपुरम'दिया गया है। इसके अलावे सरदार पटेल प्रसाल, नालंदा विश्वविद्यालय, तिलाधक विश्वविद्यालय और उदंतपुरी विश्वविद्यालय आदि नामों के तोरण द्वार का निर्माण कराया जाएगा। नीरज ने बताया कि पुस्तक मेला का प्रचार-प्रसार बड़े पैमाने पर किए जा रहे हैं। बिहारशरीफ एवं आसपास के प्रमुख शहरों एवं चौक-चौराहों पर फ्लेक्सी लगाए जा रहे हैं। महान स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक के जन्म शताब्दी वर्ष में आयोजित इस कार्यक्रम को यादगार और ऐतिहासिक बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में नालंदा जिला प्रशासन, जिला शिक्षा पदाधिकारी, बिहार पुलिस एकेडमी, आरटीसी, सैनिक स्कूल, नालंदा सहित सरकारी और गैर सरकारी स्कूल-कॉलेज का सहयोग प्राप्त है। पुस्तक मेला में पहली बार नालंदा प्रकाशन की पुस्तकों के भी स्टाल होंगे।
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Posted By: Jagran
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