उपहारा थाना पुलिस की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया। यहां बता दें कि प्रखंड क्षेत्र में लगातार घटनाएं घट रही है। लेकिन पुलिस इस पर अंकुश लगाने में विफल साबित हो रही है। हालात काफी बिगड़ते देख ग्रामीणों ने गुरुवार को पुलिस के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन किया। इस दौरान थानाध्यक्ष मुर्दाबाद, थानाध्यक्ष को बर्खास्त करो,दलालों को थाना से हटाओ सहित कई तरह के नारे लगा रहे थे। प्रदर्शन कर रहे श्याम कुमार यादव, दुखदेवन भगत, बीरेंद्र चौबे,फुलेंद्र कुमार यादव, गुड्डू कुमार, अनुज कुमार यादव, पूना भगत का कहना था कि जब से थानाध्यक्ष अजय शंकर आए है। तबसे लगातार घटना होने के बाद पीड़ित को न्याय नहीं मिलता है। उल्टे आरोपी ही पीड़ित के घर वालों को जान मारने की धमकी देते है। जब इस तरह की शिकायत करने थाना में पहुंचते है तो वहां की पुलिस पीड़ित को ही गाली-गलौज करती है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि दो तीन दिन पूर्व स्वास्थ्य विभाग से बच्चों को स्वास्थ्य लाभ के तहत आशाकर्मी के माध्यम से पांच हजार रुपये मिलना था। लेकिन पैसा लाभुक तक पहुंचने वाले कर्मी जब लाभुक के खाते में पांच हजार रुपये डाले ओर उसके एवज में लाभुक के अंगूठे के निशान से दो-दो हजार रुपये अवैध वसूली कर रहा था। उस समय भी ग्रामीणों द्वारा पैसे वसूली करने वालों की बंधक बनाकर उपहारा पुलिस की सौंपा गया था। लेकिन आरोप है कि उस आरोपी को पुलिस ने बिना कार्रवाई किए ही पैसे लेकर छोड़ दिया।
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प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि दुष्कर्म के प्रयास के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी व पीड़िता को न्याय नहीं मिलती है तो प्रखंड मुख्यालय पर प्रदर्शन के बाद सड़क जाम करेंगे। उससे भी पुलिस की कार्यशैली नहीं सुधरी तो जिला मुख्यालय पहुंचकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेंगे।
Posted By: Jagran
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