जागरण संवाददाता, छपरा : प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी क्षेत्र में रफ्तार नहीं पकड़ रही है। चयनित लाभुकों को समय से द्वितीय व तृतीय किस्त की राशि नहीं मिल पा रही है। इसकारण पांच सालों से बेघरों को अपना आशियाना नहीं मिल पा रहा। नगर निगम से लेकर नगर विकास विभाग के ढुलमुल रवैया के कारण अधूरे घरों में ऐसे लोग तिरपाल टांगकर रहने को मजबूर है।
वित्तीय वर्ष 2015-16 में शहरी क्षेत्र में बेघरों का सर्वे हुआ। कुल 45 वार्डों में करीब तीन हजार बेघरों का सर्वे हुआ। लेकिन वर्ष 2020 में अभी तक मात्र तीन सौ लाभुकों को ही मकान बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि मिल सकी है। नगर निगम के इंजीनियर रंजीत कुमार ने बताया कि तीन हजार बेघरों में अभी आवास बनाने के लिए 1166 लाभुकों को सहायता राशि देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसमें 337 लोगों को पहली किस्त, 327 लोगों को दूसरी किस्त एवं करीब तीन सौ लोगों को तीसरी किस्त की राशि दी गई है। लेकिन दो साल पहले 2016 में प्रथम किस्त की राशि के बाद दर्जनों लाभुक दूसरे व तीसरे किस्त की राशि के लिए नगर निगम का चक्कर काट रहे हैं।वार्ड संख्या -38 के मौना मोहल्ला की सरस्वती देवी दो साल से दूसरी किस्त का इंतजार कर रही है। इनसेट :
प्रदेश कमेटी के पदाधिकारियों को दिया गया मनोनयन पत्र यह भी पढ़ें
छपरा नगर निगम के आवास योजना की स्थिति एक नजर में :
* आवास योजना का सर्वे - तीन हजार बेघर हैं शहरी क्षेत्र में
* सर्वे हुआ - वर्ष 2015 - 2016 में
* 337 - पहली किस्त मिली
* 327 -दूसरी किस्त मिली
* तीन सौ - तीसरी किस्त मिली
इनसेट :
आवास योजना में कितनी मिली है राशि :
* 02 लाख रुपये मिलते हैं आवास योजना में
* 50 हजार रुपये: पहली किस्त
* एक लाख रुपये: दूसरा किस्त
* 20 हजार : तृतीय किस्त
* 30 हजार : चौथी किस्त
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस