सुपौल। भले ही विकास के इस दौर में सडकों का जाल बिछाया जा रहा है। लेकिन बसंतपुर प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में सड़कों की खस्ता हालत विकास कार्यों की कहानी बयां कर रही है। टूटी-फूटी बदहाल सड़कें सच्चाई को आईने दिखाने के लिए काफी है। ग्रामीण इलाकों की सड़कों की हालत इतनी ज्यादा दयनीय हो चुकी है कि इन पर वाहन लेकर चलना तो दूर की बात है पैदल चलना भी मुसीबत से कम नहीं है। रतनपुर पंचायत अंतर्गत पूर्वी कोशी बांध के पिपराही स्थित एसएसबी कैंप से राजपुर नहर के 20 आरडी तक जाने वाली वाली सड़क की हालत काफी दयनीय हो गई है। जबकि इस सड़क से पिपराही, बैजनाथपुर, रतनपुर, बौहरवा, गढ़ौवा आदि गांवों के लोग रोज सफर करते हैं। लेकिन आलम ये है कि इस सड़क में कई जगह गहरे गड्ढे बन चुके हैं। जिस कारण लोगों का सड़क से गुजरना मुश्किल हो गया है। कहीं-कहीं तो इस सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं। इससे केवल वाहनों की ही दुर्गति नहीं हो रही है। बल्कि दोपहिया चालकों को और ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। राहगीर इस रास्ते से जान जोखिम में डाल कर गुजरते हैं। सड़क की खस्ताहाल रोजाना हादसों को न्यौता दे रही है। लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। ग्रामीण रामचंद्र मेहता, सूर्य नारायण मेहता, गुलटेन यादव, उपमुखिया संजय यादव, पूर्व पंसस कृष्णदेव गोईत, मु. जलाउद्दीन समेत अन्य लोगों ने बताया कि सड़क की खस्ताहालत के कारण आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। टूटी-फूटी सड़क हर पल हादसों को न्यौता दे रही है। लोगों ने मांग की है कि कोशी बांध के पिपराही से राजपुर नहर के 20 आरडी तक जाने वाली इस सड़क की खस्ताहाल को जल्द सुधारा जाए।
Posted By: Jagran
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