अरवल। राज्य खाद्य निगम नमी के बहाने कस्टम मिल्ड राइस (सीएमआर) लेने से इंकार कर रहा है। जिले के 15 पैक्स अध्यक्षों ने बुधवार को जिलाधिकारी रविशंकर चौधरी को ज्ञापन देकर एसएफसी के प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाया है। उधर राज्य खाद्य निगम के प्रबंधक ने कहा है कि सरकार ने चावल में 14 फीसद नमी मान्य करने का आदेश है। जो भी चावल स्वीकार नहीं किया गया उसमें 18 फीसद तक नमी पाई गई है।
पैक्स अध्यक्षों का आरोप है कि नमी का बहाना बनाकर सीएमआर नहीं लिए जाने के कारण 10 दिनों से कई पैक्स अध्यक्षों का चावल लदा गाड़ी पिपरा बंगला स्थित एसएफसी के पास खड़ी है। अध्यक्षों का कहना है कि सहकारी बैंक से धान क्रय के लिए जो क्रेडिट दिया गया था वह किसानों को भुगतान कर दिया गया। एसएफसी द्वारा चावल नहीं लेने के कारण पैक्स के पास पैसे की कमी हो गई है। 31 मार्च को धान खरीद के लिए अंतिम तिथि निर्धारित है। डीएम से आग्रह किया गया है कि एसएफसी को सीएमआर लेने का निर्देश दिया जाए। एसएफसी के जिला प्रबंधक पंकज कुमार सिन्हा ने बताया कि बारिश के कारण चावल में 18 प्रतिशत तक नमी मिली है। सरकार ने 14 फीसद नमी वाला ही सीएमआर गोदाम में लेने का निर्देश है। चार फरवरी को चार गाड़ी गोदाम पर पहुंची थी जिसमें 18 फीसद नमी पाया गया था। 5 फरवरी को भी लगभग 22 ट्रक आया है। सभी ट्रक को उन्होंने स्वयं नमी की जांच की। सभी ट्रकों में 16.5 से लेकर 18 फीसद तक नमी मिली है। नियमानुसार सीएमआर प्राप्त करने में कोई दिक्कत नहीं है।
Posted By: Jagran
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