जहानाबाद : यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर प्रस्तावित दो दिवसीय हड़ताल शनिवार को समाप्त हो गया। सरकारी बैंकों के अधिकारियों के साथ कर्मचारियों ने अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर रहे। कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण दूसरे दिन बैंकों में ताले लटके रहे। ताला लटके रहने के कारण 18 से 20 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ। इतना ही नहीं एटीएम के शटर का ताला भी नहीं खुले। बैंकों के पास अधिकारियों के साथ कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। एटीएम बंद रहने के कारण ग्राहकों को परेशानी हुई। हालांकि कुछ निजी बैंक के एटीएम खुले थे लेकिन उनमें पैसे की किल्लत थी। सबसे अधिक समस्या उन खाताधारकों को हुई जिसके घर में शादी विवाह का कार्यक्रम था। वे लोग कुछ सामान खरीदने के लिए मजबूर दिखे। अपने सगे संबंधियों से पैसे की व्यवस्था कर किसी तरह अपना काम चला रहे थे। बैंक कर्मी पंजाब नेशनल बैंक के पास प्रदर्शन करते रहे। प्रदर्शन के दौरान बैंक कर्मियों ने संघ के आह्वान पर एक रणनीति के तहत डे-टू-डे अपनी मांगों के समर्थन में एडमिनेस्ट्रेशन कार्यालय के समीप प्रत्येक दिन पांच बजे के बाद मैनेजमेंट तथा मिनिस्ट्री के खिलाफ नारेबाजी करने का निर्णय लिया। अग्रणी बैंक के प्रबंधक रामनारायण शर्मा ने कहा कि यदि मैनेजमेंट इसके बाद हमलोगों की मांग को पूरा नहीं करती है तो पुन: संघ के आह्वान पर 11 से 13 मार्च तक हड़ताल पर चले जाएंगे। एलडीएम ने कहा कि सभी बैंक अधिकारी एवं कर्मी दस बजे से शाम पांच बजे तक ही काम करेंगे। वेतन वृद्धि किए जाने के साथ ही पांच दिन बैंकिग, न्यू पेंशन स्कीम समाप्त कर पुराना लागू करने, पारिवारिक पेंशन लागू करने सहित 12 सूत्री मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक हमलोग रणनीति के तहत धरना,प्रदर्शन करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि बैंक कर्मचारियों का 2017 से वेतनवृद्धि का कार्य लंबित पड़ा है। इस कार्य को आईबीए जानबूझ कर लटकाए हुए है। उन्होंने कहा कि जिस तरह सीपीसी के तहत राज्य सरकार कर्मचारियों का वेतन वृद्धि करती है। उसी प्रकार आईबीए बैंक कर्मचारियों का वेतनवृद्धि करती है। आईबीए को किसी भी सरकार द्वारा वैधानिक मान्यता प्राप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि 27 महीना से वेतन वृद्धि का मामला लंबित है। संघ के नेताओं ने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं की जाती है हमलोग एकजुट होकर प्रदर्शन करते रहेंगे। प्रदर्शन में बैंक आफ बड़ौदा के वरीय प्रबंधक कृष्ण मुरारी सिंह, पीएनबी कैरेंसी चेस्ट के वर्कमैन बिरेंद्र शर्मा, आफिसर्स एसोसिएशन के अभय कुमार, मोहन कुमार, शंकर कुमार सहित दर्जनों अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे।
शिक्षा के विकास पर सरकार का है जोर : मंत्री यह भी पढ़ें
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस