जिले में चापाकल के जियो टैगिग मामले में लक्ष्य से अभी काफी पीछे है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार जियो टैगिग के मामले में मैदानी इलाके में स्थित काराकाट प्रखंड के साथ-साथ पहाड़ी प्रखंड भी सबसे पीछे रहे है। पहाड़ी प्रखंड में नौहट्टा, चेनारी व रोहतास प्रखंड में जियो टैगिग भी पीछे रहे है। लोक स्वास्थ्य प्रमंडल सासाराम के कार्यपालक अभियंता ने इस संबंध में डीडीसी सुरेंद्र प्रसाद को रिपोर्ट भेजा है। रिपोर्ट के अनुसार जिले के 19 प्रखंडों में कुल 25666 चापाकलों की टैगिग करनी थी। र्निधारित लक्ष्य के विरूद्ध महज 15545 चापाकल की ही अभी टैगिग हो पाई है। अद्यतन रिपोर्ट के अनुसार जिले में अभी भी 10121 चापाकलों की टैगिग नहीं हो पाई है। टैगिग में पहाड़ी क्षेत्र के प्रखंड चेनारी, नौहट्टा और रोहतास भी पीछे है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार अकोढ़ीगोला- 200, बिक्रमगंज-750, दावथ-206,डेहरी-397, दिनारा-894, काराकाट-2190,करगहर-404,कोचस-285,नासरीगंज-465,नौहट्टा-1347,नोखा-282, राजपुर-158, रोहतास-768,संझौली-151,सासाराम-151, शिवसागर-152,सूर्यपूरा-254,चेनारी-969 व तिलौथू प्रखंड में 98 चापाकल की जियो टैगिग नहीं हो पाई है।
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Posted By: Jagran
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