किशनगंज। इंडो भारत नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 12 वीं बटालियन की एफ कंपनी मुख्यालय दिघलबैंक में गुरुवार को सीमावर्ती ग्रामीणों के साथ एक बैठक किए। बैठक में ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कंपनी के डिप्टी कमांडेंड वीरेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि ग्रामीणों के सहयोग के बिना सीमा पर से असामाजिक गतिविधियों पर पूरी तरह से अंकुश पाना संभव नहीं है। एसएसबी हमेशा से सीमा की सुरक्षा के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के लिए कुछ व कुछ कार्य करती रहती है। सीमा पर कुछ असामाजिक तत्व के लोग युवाओं और नाबालिक बच्चों को गुमराह कर उनसे मवेशी तस्करी का काम करवाते है। साथ ही गलत कार्य मे भी संलिप्त करवाते है। जिस पर हमारे जवानों द्वारा ऐसी गतिविधियों को रोक लगाने के लिए अलग अलग जगहों पर कार्यवाही कर रही है।
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उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों से कहा कि भारत नेपाल के बीच रोटी बेटी का संबंध रहा है। दोनों ओर से हल्की फुल्की घरेलू समानों को लाने ले जाने में कोई रौक नहीं है। लेकिन प्रतिबंधित सामानों की आवाजाही पर बिल्कुल रोक लगा दी गई है। इसके आर में कोई गलत काम करें ऐसे लोगों पर जवानों की नजर हैं। बैठक समाप्ति के बाद एस एसएसबी द्वारा गोद लिए गए उत्क्रमित मध्य विद्यालय दिघलबैंक और उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोहामारी को स्पोटर्स संबंधित सामग्री वितरित किए। जिसमें क्रिकेट सेट और वालीबॉल सहित अन्य सामग्री वितरण की गई। वितरण के समय कंपनी के इंस्पेक्टर सियाराम मीना, प्रमुख पूनम देवी, मदन सिंह, मुखिया प्रतिनिधि राम प्रसाद सिंह, धनतोला मुखिया धर्म लाल टुडु और शंभु नाथ चौधरी सहित कई ग्रमीण उपस्थित थे ।
Posted By: Jagran
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