कटेयां। बिहार राज्य के छपरा जिला के लहलादपुर प्रखंड के अंतर्गत आने वाले कटेयां गांव के सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध सरस्वती पूजा समिति - "शिशु बाल संघ सरस्वती पूजा समिति" द्वारा बड़े ही सुन्दर और भव्य तरीके से सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया है। आपको बता दे - इस सरस्वती पूजा समिति की स्थापना सन 1987 में किया गया था और तब से लेकर आज तक प्रत्येक वर्ष यहां पर सरस्वती पूजा बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाता है।
शिशु बाल संघ सरस्वती पूजा समिति अपने सुन्दर और मनमोहक पंडाल और पंडाल की सजावट के लिए जाना जाता है , हर साल की भांति इस साल भी इस पूजा समिति ने बहुत ही सुन्दर और भव्य पंडाल में माँ शारदे की बहुत ही सुन्दर मूर्ति को स्थापित किया है। पंडाल को भगवे और सफ़ेद रंग के कपड़े से तैयार किया गया है। भगवा - जहाँ भक्ति और हिंदुत्व का प्रतिक है तो दूसरी तरफ सफ़ेद - सादगी का प्रतिक है।
सुबह करीब १०:३० बजे पूजा शुरू हुआ, पूजा में पूजा समिति के सदस्यों के अलावा आस पड़ोस और गॉव के लोग शामिल हुए। सभी लोगो ने माँ शारदे की आराधना किया और प्रसाद का आनंद लिया।
शाम को रंग बिरंगे लाइटिंग में पंडाल बहुत ही खूबसूरत लग रहा था। शाम को पंडाल को देखने के लिए आस पास के लोगो के अलावा आस पास के गाँवो के लोगो का तांता लगा हुआ था। सभी लोग शिशु बाल सरस्वती पूजा समिति के पंडाल को देखकर पंडाल की बहुत तारीफ कर रहे थे। लोगो का कहना था - इस साल समिति ने बहुत ही सुन्दर और आकर्षक पंडाल बनाया है।
इस साल शिशु बाल संघ सरस्वती पूजा समिति द्वारा इतना सुन्दर और भव्य तरीके से पंडाल बनाने और पूजा आयोजन करने का श्रेय - सचिन, मुन्ना, दिलीप, मंतोष जी , जीतेन्द्र, सपन, आशीष, ऋतिक, कुंदन, राहुल, अभिषेक, अनंत, नीरज, गुड्डू व अन्य और शिशु मोड़ के समस्त बड़े बुजुर्ग और समस्त ग्रामवासियो को जाता है। जिनके सहयोग से इस पूजा का आयोजन इतने शानदार तरीके से हो पाया है।