शिवहर। शराबबंदी के चार साल पूरा होने को है बावजूद शराबी एवं शराब धंधेबाजों का पकड़ा जाना बदस्तूर जारी है। नए साल में तो यह सिलसिला थम ही नहीं रहा। पुलिस प्रशासन इसके लिए अपने स्तर से पूरी सख्ती बरत रही है। विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। गश्ती एवं वाहन जांच सहित तमाम कवायदें की जा रही है फिर भी शराब धंधेबाज मानने से रहे। बीते सप्ताह तरियानी, पिपराही एवं पुरनहिया एवं जिला मुख्यालय में शराब की खेप पकड़ी गई। कहीं धंधेबाज पुलिस के हत्थे चढ़े तो कहीं भाग निकले। यह लुकाछिपी रुकने का नाम नहीं ले रहा जो चिता का विषय है। हां यहां एक बात और भी सोचनीय है कि बरामद शराब में अधिकांश मात्रा नेपाल निर्मित देसी शराब की है जो इस ओर इशारा करती है कि पड़ोसी देश नेपाल से बड़ी मात्रा में शराब की आपूर्ति जिले में हो रही है। प्रबुद्ध जिलावासियों का कहना है कि इसके लिए पुलिस प्रशासन को विशेष रणनीति बनाने की जरूरत है। वहीं यह भी जानकारी दी जा रही है कि धंधेबाज खुद से भी शराब बनाने लगे हैं। इसका प्रमाण नगर थानाध्यक्ष ने हाल ही में 175 लीटर खमीरयुक्त अर्द्धनिर्मित शराब बरामद की है।
शराब का धंधा इस कदर बढ़ा है कि नए नए धंधेबाज पैदा हो रहे हैं वजह इसमें असीमित कमाई है। चिता यह भी कि इसमें युवा पीढ़ी की संलिप्तता भी देखी जा रही है।
Posted By: Jagran
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