राष्ट्रीय बेरोजगारी रजिस्टर का निर्माण करे केंद्र : युवा कांग्रेस

संस., लखीसराय : भारत में बढ़ती बेरोजगारी के मद्देनजर भारतीय युवा कांग्रेस द्वारा राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत की गई है। इसका उद्देश्य भारत सरकार अविलंब Þराष्ट्रीय बेरोजगारी रजिस्टर'का निर्माण करें। बेरोजगारी की विकराल समस्या की ओर ध्यानाकर्षण एवं भारतवर्ष के युवाओं को एक मुखर अभिव्यक्ति प्रदान करने के उद्देश्य से भारतीय युवा कांग्रेस द्वारा Þराष्ट्रीय बेरोजगारी रजिस्टर'की मांग को लेकर अखिल भारतीय अभियान की शुरुआत की है। युवा अध्यक्ष प्रभात कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय बेरोजगारी रजिस्टर की मांग इसलिए आवश्यक है कि आज देश में बेरोजगारी की स्थिति विगत 45 वर्षों में सर्वाधिक भयावह हो गई है। प्रत्येक बेरोजगार भारतीय व्यक्ति निर्धारित टॉल फ्री नंबर 8151994411 पर एक मिस्ड कॉल के माध्यम से इस अभियान से जुड़ सकते हैं। इस संदर्भ मे बेरोजगारी के आंकड़े

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- एनएसएओ के आंकडों के अनुसार भारत में बेरोजगारी 45 सालों में सबसे ज्यादा है।
- सीएमआइई के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2019 में बेरोजगारी दर बढ़ कर 8.48 प्रतिशत पहुंच गई थी।
- अकेले ऑटो सेक्टर में ही साढ़े 3 लाख से ज्यादा लोग सिर्फ 4 महीने के अंदर बेरोजगार हुए थे।
- इस साल भारतीय रेलवे 3 लाख लोगों की छंटनी करने जा रही है। रेलवे में अभी 13 लाख कर्मचारी काम कर रहे हैं जिन्हें कम कर के 10 लाख किया जा सकता है।
- सरकार 1600 करोड़ रुपये बचाने के लिए भारतीय सेना से 27 हजार जवानों की छंटनी की तैयारी में है।
- राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार हर दो घंटे में 3 बेरोजगार आत्महत्या कर रहे हैं। 2018 में 12936 बेरोजगारों ने आत्महत्या की। यह आंकड़ा देश में किसान आत्महत्या से भी ज्यादा है।
- सीएमआइई की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पांच सालों में करीब 5 करोड़ लोग बेरोजगार हुए हैं। शहरी युवाओं में बेरोजगारी दर बढ़कर 18.7 प्रतिशत पहुंच गई है। ग्रामीण क्षेत्र में 3 करोड़ से ज्यादा लोग बेरोजगार हुए हैं
- नोटबंदी से करोड़ों लोग बेरोजगार हुए हैं। सिर्फ लघु उद्योग में ही 35 लाख लोग बेरोजगार हुए हैं।
- साल 2018 में 88 लाख महिलाएं बेरोजगार हुई हैं।
- साल 2014 में यूपीएससी में लगभग 1364 सीटें थी जो 2018 में घट कर 759 हो गई है।
- एसएससी सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं के रिजल्ट सालों से रुके हुए हैं।
Posted By: Jagran
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