बक्सर। चौसा के पैक्स अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह के पुत्र मनीष रंजन का पटना में हुए अपहरण से बक्सर में सनसनी मची हुई है। मनीष का शनिवार को भी कुछ पता नहीं चला। पटना पुलिस को उम्मीद है कि अपहरण के तार कहीं न कहीं बक्सर से ही जुड़े हैं। इस मामले में पटना पुलिस ने बक्सर पुलिस से सहयोग करने को कहा है। पुलिस चौसा में मनीष के पिता और पैक्स चुनाव से जुड़े हर तथ्यों को खंगालने में जुटी है।
बताते चलें कि गुरुवार की शाम पटना के पाटलिपुत्रा में जेइइ मेन्स की परीक्षा देने गए चौसा के पैक्स अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह के पुत्र मनीष रंजन का अपहरण कर लिया गया। अपहरण की जैसे ही परिवार वालों को खबर मिली सभी पटना के लिए निकल गए। पैक्स अध्यक्ष के चौसा स्थित घर पर शनिवार को भी ताला लटका रहा। उधर, मामले की जानकारी मिलते ही पटना पुलिस मनीष के दोस्तों से पूछताछ कर अपहरणकर्ताओं के बारे में जानने के प्रयास में लगी है। पटना से मिली जानकारी के अनुसार पटना पुलिस राघवेंद्र समेत उसके पहचान के पांच-छह लड़कों से पूछताछ करते हुए मनीष तक पहुंचने के प्रयास में लगी है। -चौसा से ही जुड़े हो सकते हैं अपहरण के तार
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इस दिशा में जांच कर रही पुलिस बार-बार अपहरण के कारणों के बिदु पर आकर अटक जा रही है। दरअसल, चौसा में मनीष की छवि पढ़ने-लिखने वाले लड़के के रूप में है। उसके पड़ोसियों का कहना है कि मनीष मोहल्ले के बहुत कम लड़कों से दोस्ती करता था, और उसके जो दोस्त हैं भी वे पढ़ने-लिखने में गंभीर हैं। ऐसे में मनीष का इस तरह से लापता होना पुलिस के लिए भी चुनौती बनी हुई है। पटना पुलिस को इस मामले का पटना से कोई तार जुड़े होने के अब तक संकेत नहीं मिले हैं। ऐसे में पुलिस का अनुसंधान चौसा की ओर मुड़ा है। चुनाव एंगल पर भी हो रही जांच
मनीष की अपहरण के मामले में चुनाव का एंगल भी पुलिस खंगाल रही है। हाल ही हुए पैक्स चुनाव में मनीष के पिता मनोज सिंह ने जीत हासिल की थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक चुनाव में कहीं से प्रत्याशियों के बीच अदावत की बात नहीं थी, लेकिन चुनाव में पूर्व में दागी रहे प्रत्याशी भी मैदान में थे। पुलिस सभी प्रत्याशियों के पिछले क्रियाकलापों पर भी नजर रखे हुए है। मुफस्सिल थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि अब तक की जांच में ऐसा कुछ भी सामने नहीं आया है, जिसे अपहरण का एक कारण माना जा सके। पिता अभी हाल में पैक्स चुनाव जीते हैं। पिता का स्पष्ट बयान है कि उनकी और उनके पुत्र की आज तक किसी से कोई अदावत नहीं है, जिससे वो किसी पर अपना संदेह व्यक्त कर सकें। बावजूद पिता के बयान के पुलिस पैक्स चुनाव में उनके प्रतिद्वंदियों के साथ संबंधों से लेकर चुनाव में मतों के अंतर तक के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही है।
Posted By: Jagran
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