अनुमंडल में साइबर क्राइम थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक मामला अभी समाप्त भी नहीं होता है कि दूसरा मामला सामने आ जाता है। ऐसा ही एक साइबर क्राइम का मामला दाउदनगर प्रकाश में आया है। जब साइबर अपराधी द्वारा एक युवक से यूपीआइ एवं रजिस्ट्रेशन नंबर मांग कर उसके पिता के बैंक खाते से एक लाख पंद्रह हजार रुपये उड़ा लिए गए। घटना के संबंध में भखरुआं तिवारी मुहल्ला निवासी 15 वर्षीय युवक जितेंद्र कुमार ने प्राथमिकी दाउदनगर थाना में दर्ज कराई है जिसमें राकेश विश्वकर्मा नामक व्यक्ति को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। दर्ज प्राथमिकी में सूचक ने कहा है कि उसने नौ जनवरी की शाम में अपने मोबाइल को गूगल पे के माध्यम से 245 का रीचार्ज किया और तब बैंक खाता से 249 रुपये कट गया और मोबाइल रीचार्ज भी नहीं हुआ। तब गूगल खोलने पर राकेश विश्वकर्मा का नंबर आया। जिसके गूगल नंबर पर बात करने पर आरोपित द्वारा कहा गया कि 249 रिफंड हो जाएगा। आरोपित द्वारा बैंक खाता का एटीएम नंबर मांगा गया मगर एटीएम नंबर नहीं देने पर आरोपित ने गूगल पे का यूपीआइ नंबर मांगा। उसके बाद बैंक का रजिस्ट्रेशन नंबर मांगा, तो उसने दे दिया गया और एक नंबर पर फॉरवर्ड किया गया। उसी दौरान इसके पिता भास्कर तिवारी के पंजाब नेशनल बैंक के खाता से पैसा कटने लगा। साइबर अपराधियों द्वारा दो दिनों के दौरान एक लाख 15 हजार रुपये सूचक के पिता के बैंक खाते से उड़ा लिए गए। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की तहकीकात में जुट गई है।
Posted By: Jagran
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