जागरण विशेष
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निर्धारित वार्षिक लक्ष्य 6,115 के विरुद्ध आठ माह में मात्र 1,459 हुआ परिवार नियोजन
विभागीय लापरवाही में इसके लक्ष्य को प्राप्त करने में है बड़ी बाधक, उदासीनता बरकरार सुमन कुमार सुमन, लखीसराय
परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए सरकार के पास पैसे की कमी नहीं है। इस पर व्यापक खर्च भी किया जा रहा है। बावजूद जिले में परिवार नियोजन का लक्ष्य प्राप्त करना स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बनी हुई है। परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर चौक-चौराहों पर हम दो हमारे दो एवं छोटा परिवार सुखी परिवार का स्लोगन लिखा गया है। समय-समय पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी जागरूकता फैलाई जाती है। लेकिन, जिले के लोगों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। इस कारण जिले में परिवार नियोजन का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाता है। चालू वित्तीय वर्ष में 6,115 बंध्याकरण एवं नसबंदी करने का लक्ष्य निर्धारित है परंतु आठ माह बीत जाने के बाद मात्र 1,459 लोगों का बंध्याकरण एवं नसबंदी किया जा सका है। इसमें 1,453 महिलाएं एवं छह पुरूष शामिल हैं। यानि निर्धारित लक्ष्य का मात्र 24 फीसद ही बंध्याकरण एवं नसबंदी किया जा सका है। अब जबकि वित्तीय वर्ष समाप्ति में मात्र तीन माह शेष है। ऐसे में शेष लक्ष्य को पूरा करना विभाग के लिए बड़ी चुनौती होगी। सबसे खराब स्थिति पीएचसी सूर्यगढ़ा एवं पिपरिया की है। सूर्यगढ़ा पीएचसी में निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध मात्र तेरह फीसद एवं पिपरिया पीएचसी में निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध मात्र 14 फीसद ही परिवार नियोजन हो पाया है।
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अस्पतालवार परिवार नियोजन का निर्धारित लक्ष्य, उपलब्धि व उपलब्धि फीसद पीएचसी बड़हिया
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निर्धारित लक्ष्य - 790
उपलब्धि - 254
उपलब्धि फीसद - 32 पीएचसी हलसी
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निर्धारित लक्ष्य - 709
उपलब्धि - 350
उपलब्धि फीसद - 49 सदर अस्पताल एवं पीएचसी लखीसराय
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निर्धारित लक्ष्य - 1,996
उपलब्धि - 439
उपलब्धि फीसद - 22 पीएचसी पिपरिया
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निर्धारित लक्ष्य - 326
उपलब्धि - 47
उपलब्धि फीसद - 14 पीएचसी रामगढ़चौक
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निर्धारित लक्ष्य - 540
उपलब्धि - 149
उपलब्धि फीसद - 28 पीएचसी सूर्यगढ़ा
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निर्धारित लक्ष्य - 1,754
उपलब्धि - 220
उपलब्धि फीसद - 13 बंध्याकरण व नसबंदी कराने वाले लोगों व प्रेरक को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि
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प्रसव के सात दिन के भीतर बंध्याकरण कराने वाली महिला को - 3,000 रुपये
प्रेरक को - 400 रुपये
सामान्य स्थिति में बंध्याकरण कराने वाली महिला को - 2,000 रुपये
प्रेरक को - 300 रुपये
नसबंदी कराने वाले पुरुष को - 3,000 रुपये
प्रेरक को - 400 रुपये
------- कोट
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सदर अस्पताल के उपाधीक्षक सहित सभी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को परिवार नियोजन के लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश दिया गया है। सूर्यगढ़ा एवं पिपरिया पीएचसी में चिकित्सक के अभाव में छह माह से बंध्याकरण एवं नसबंदी नहीं हो रहा था। उक्त दोनों पीएचसी में चिकित्सक उपलब्ध कराकर बंध्याकरण एवं नसबंदी का कार्य शुरू कराया गया है।
- डॉ. सुरेश शरण, सिविल सर्जन, लखीसराय
Posted By: Jagran
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