22 जनवरी 2024 को राम मंदिर अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसके लिए 3 दिन से अनुष्ठान चल रहा है। रामलला अपने तीनों भाइयों (लक्षमन,भरत और शत्रुघ्न) के साथ पुराने घर से नए राम मंदिर में पहुंच चुके हैं।
रामलला की नई मूर्ति भी राम मंदिर अयोध्या पहुंच चुकी है। भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 जनवरी को अयोध्या पहुंच जाएंगे और 22 जनवरी की सुबह सरयू नदी में स्नान करके राम मंदिर जाएंगे और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मेंबर अनिल शर्मा और उनकी पत्नी मुख्य यजमान होंगे।
बद्रीनाथ से आएंगे रामलला के पवित्र अंग वस्त्र
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ब्रदीनाथ से रामलला के पवित्र अंग वस्त्र आएंगे। बद्रीनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी रावल , ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी और पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल अयोध्या में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में हिस्सा लेने आएंगे।
वे रामलला को एक पवित्र ‘अंगवस्त्रम’ भेंट करेंगे, जो बद्रीनाथ देवता को भी पहनाया जाता है। यूं तो रामलला के वस्त्र हर रोज बदले जाएंगे। वे दिन के हिसाब के पवित्र रंग के कपड़े पहनेंगे, लेकिन यह पवित्र अंग वस्त्र 22 जनवरी को रामलला को पहनाया जाए, इसकी अपील वे PM मोदी और राम मंदिर ट्रस्ट से करेंगे।
राम मंदिर की नई तस्वीरें हुईं वायरल
उद्घाटन से 4 दिन पहले राम मंदिर की नई तस्वीरें भी सामने आई हैं जो बहुत ही मनोहर और सुन्दर है। एक तस्वीर बाहर से पूरे राम मंदिर भवन की है। दूसरी तस्वीर में दीवार पर उकेरी गई श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी की प्रतिमा नजर आ रही है। तीसरी तस्वीरें में दीवार पर उकेरी गई श्री विष्णु और देवी लक्ष्मी की प्रतिमा है, जिसमें विष्णु जी सोने की मुद्रा में हैं।
गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले फाइनल
22 जनवरी को राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय मौजूद रहने वाले लोगों के नाम भी फाइनल हो गए हैं। ये 5 लोग हैं- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, RSS चीफ मोहन भागवत, UP गवर्नर आनंदी बेन पटेल, UP मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राम मंदिर के मुख्य आचार्य सत्येंद्र दास।
‘प्राण प्रतिष्ठा’ क्या है?
‘प्राण प्रतिष्ठा’ जैन और हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय अनुष्ठान है। इसके तहत किसी देवता की मूर्ति को पवित्र करने के बाद मंदिर जैसे पवित्र स्थान पर स्थापित किया जाता है। मूर्तियों की स्थापना के समय, पुजारी वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच कई अनुष्ठान करते हैं। प्राण शब्द का अर्थ है, जीवन शक्ति और प्रतिष्ठा का अर्थ है, स्थापना। प्राण प्रतिष्ठा या अभिषेक समारोह का अर्थ है- मूर्ति में प्राण शक्ति का आह्वान करना। 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करके रामलला की मूर्ति में प्राण शक्त का आह्वान किया जाएगा।