टीम इंडिया और साउथ अफ्रीका के साथ चल रहे टेस्ट सीरीज़ के दूसरे और फाइनल मैच में साउथ अफ्रीका ने 55 रन बनाए थे तो भारतीय टीम 153 पर ऑलआउट हो गई। 60 रन के अंदर ही 20 विकेट गिर गए।
केपटाउन में चल रहे टेस्ट में साउथ अफ्रीका की टीम 24वें ओवर में सिमट गई थी। उसके बाद भारतीय टीम भी 35वें ओवर में सिमट गई। मेजबान साउथ अफ्रीका ने सिर्फ 55 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम 153 रन बनाकर सिमट गई। भारत के लिए 46 रन बनाकर विराट कोहली टॉप स्कोरर रहे। लेकिन खास बात यह रही की तकरीबन 59 ओवर के खेल में ही 20 विकेट गिर गए। भारत ने अपने आखिरी 6 विकेट 0 रन पर ही गंवा दिए। टेस्ट क्रिकेट इतिहास में पहली बार ऐसा देखने को मिला है।
11 गेंद में टीम ऑलआउट
भारतीय टीम का स्कोर एक समय 33 ओवर तक 153 रन पर 4 विकेट था। विराट कोहली और केएल राहुल क्रीज पर टिके थे। उम्मीद थी कि भारतीय टीम कम से कम 250 का स्कोर बनाएगी। लेकिन यहां से जो हुआ उस पर शायद किसी को भी विश्वास नहीं होगा। भारतीय टीम का स्कोर 153 से आगे बढ़ा ही नहीं कि पूरी टीम इतने ही स्कोर पर सिमट गई। 11 रन पर आखिरी 6 विकेट गिर गए।
भारत ने इस तरह 98 रनों की लीड ली और 60 ओवर भी नहीं हुए कि दोनों टीमों की पहली-पहली पारी खत्म हो गई। कुछ ही घंटों में अब एक बार फिर से भारतीय गेंदबाज फिर से मैदान पर उतर आए। लुंगी एनगिडी ने 34वें ओवर में तीन विकेट निकाले। उसके बाद रबाडा के 35वें ओवर में पांच गेंदों में ही तीन विकेट गिर गए। इस तरह देखते ही देखते भारतीय टीम की पारी कौलैप्स हो गई। विराट कोहली 46 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे।
2014 में आखिरी बार हुआ था ऐसा
इस पारी में भारत के छह खिलाड़ी खाता ही नहीं खोल सके। आखिरी बार 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा हुआ था जब भारत के छह खिलाड़ी डक पर आउट हो गए थे। यशस्वी जायसवाल, श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा इस पारी में अपना खाता नहीं खोल सके।