'बाज़ीगर' वो फिल्म है जिसने शाहरूख खान के फिल्मी करियर के लिए एक महत्वपूर्ण लॉन्चपैड के रूप में काम किया और उन्हें शाहरुख खान से बॉलीवुड का किंग खान बनाया।
बॉलीवुड के 'भाईजान' और 'सुल्तान' जैसे नामो से जाने वाले सलमान खान ने एक न्यूज़ पेपर को इंटरव्यू में ये खुलासा किया की 'बाज़ीगर' फिल्म शाहरुख़ खान से पहले उनको ऑफर की गयी थी, मगर उन्होंने इस ऑफर को ये कह कर ठुकरा दिया था की नेगेटिव रोल से उनका करियर ख़त्म हो जायेगा और ये फ़िल्म शाहरूख खान ने साइन कर लिया था।
आगे सलमान खान ने अपने इंटरव्यू में ये भी कहा की मेरे द्वारा 'बाज़ीगर' फिल्म छोड़ने के कारण ही शाहरुख़ अपना घर मन्नत बना पायें।
सलमान खान ने अपने करियर में एक उल्लेखनीय यात्रा तय की है। बॉलीवुड इंडस्ट्री में गहराई से जुड़े परिवार से आने वाले सलमान शोबिज की दुनिया की ओर आकर्षित हुए और उन्होंने फिल्म "बीवी हो तो ऐसी" (1988) में सहायक अभिनेता के रूप में बॉलीवुड में प्रवेश किया। उन्हें सफलता 1989 में सूरज आर बड़जात्या की रोमांटिक पारिवारिक ड्रामा "मैंने प्यार किया" में मुख्य भूमिका से मिली, जो साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बनकर उभरी। वहां से, सलमान बॉलीवुड के सबसे सफल अभिनेता बन गए और उद्योग में उस प्रमुख स्थान को बनाए रखा।
दरअसल, सलमान खान ने इस कहावत को चरितार्थ करते हुए कुछ सफल फिल्में ठुकरा दीं कि एक व्यक्ति का नुकसान दूसरे व्यक्ति का लाभ हो सकता है। एक उल्लेखनीय उदाहरण फिल्म "बाज़ीगर" है, जिसने शाहरुख खान के लिए एक महत्वपूर्ण लॉन्चपैड के रूप में काम किया, जिससे उन्हें स्टारडम मिला। शुरुआत में यह भूमिका सलमान को ऑफर की गई थी, लेकिन उन्होंने एक एंटी-हीरो की भूमिका निभाने के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए इस फिल्म को अस्वीकार कर दिया, एक निर्णय जिसने अंततः शाहरुख खान के पक्ष में काम किया। इसके अतिरिक्त, सलमान ने "चक दे इंडिया!" को भी पीछे छोड़ दिया, जिसने उस फिल्म में शाहरुख खान की सफलता में भी योगदान दिया।
2007 में, जब सलमान खान से "चक दे इंडिया!" की सफलता के लिए शाहरुख खान के खिलाफ किसी शिकायत के बारे में पूछा गया, तो सलमान खान ने इंडियन एक्सप्रेस को मजाकिया अंदाज में जवाब दिया कि अगर उन्होंने उन फिल्मों को अस्वीकार नहीं किया होता, तो शायद शाहरुख खान इतने बड़े स्टार नहीं होते और ना ही अपना घर मन्नत का बना पाते।