जागरण संवाददाता,आरा: भोजपुर जिले के तियर गांव में एक महीने पहले निर्मम तरीके से अंशु कुमारी हत्या मामले का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने गुरुवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर इसकी जानकारी दी।
भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि इस मामले में तियर गांव निवासी नीतीश कुमार और उसके हमनाम साथी नीतीश कुमार-2 दोनों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा हत्या कांड में उपयोग किया गया हथियार भी बरामद किया गया है। इससे पूर्व कांड में नामजद आरोपित तियर गांव निवासी कमलेश गिरी की पत्नी दुर्गा देवी और पुत्री खुशी कुमारी ने पुलिस दबाव के बाद कोर्ट में सरेंडर किया था।
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकारा किया है कि उन दोनों का अवैध संबंध खुशी कुमारी से था। खुशी कुमारी के पड़ोस में रहने वाली उसकी सहेली अंशु को इस बात का पता चल गया था। इसलिए राज छिपाने के लिए दोनों नीतीश और खुशी ने मिलकर साजिश रची। फिर 5 मार्च को खुशी ने बहाने से अंशु को घर पर बुलाया था। इसके बाद तीनों ने मिलकर अंशु कुमारी की गला दबाकर बड़ी ही निर्ममता से हत्या कर दी। उसके पूरे शरीर को बड़ी ही बेरहमी से गर्म प्रेस से दागा। इस दौरान दुर्गा देवी भी मौजूद थीं।
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मृतक अंशु के दादा ने बताया कि उनकी नातिन अंशु कुमारी गांव के ही एक प्राइवेट स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ती थी। 5 मार्च 2023 को वह घर से पिकनिक का सामान लेकर अन्य लड़कियों के साथ स्कूल गई हुई थी। अन्य लड़कियां दोपहर 11 बजे वापस घर आ गईं थीं, लेकिन अंशु नहीं लौटी थी तो स्वजन ने खोजबीन शुरू की थी। खोजबीन के दौरान पता चला था कि गांव की ही एक युवती खुशी कुमारी उसे लेकर अपने घर की तरफ जा रही थी। स्वजन जब खुशी के घर के पास पहुंचे तो पाया था कि दरवाजे पर ताला लगा है, लेकिन घर में हलचल हो रही है। पूछताछ करने पर घर के लोगों ने अंशु के आने से साफ इनकार कर दिया।
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दादा को शक हुआ और वह घर की छत पर स्थित एक कमरे में पहुंचे तो देखा कि अंशु बेहोशी बेहोशी की हालत में वहां पड़ी थी। उसके शरीर पर कई जगह गर्म प्रेस से दागने के निशान थे। अंशु की गर्दन पर रस्सी से गला घोंटने का भी निशान था। घटनास्थल से अधजला स्कूल ड्रेस व लॉकेट भी बरामद किया गया था।
अंशु की नृशंस हत्या के बाद 12 मार्च को आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों और स्वजनों ने थाने का घेराव करते हुए सड़क को जाम कर दिया था। इसके बाद जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। इसके बाद एसपी प्रमोद कुमार के आदेश पर एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाया गया था। एफएसएल की टीम ने मृतका के जले कपड़े के साथ कई महत्वपूर्ण सैंपल को इकठ्ठा किया था। भोजपुर पुलिस ने आरोपी खुशी के घर में छापेमारी कर उसके बैग से आपत्तिजनक सामान बरामद किए थे।