मुंगेर, जागरण संवाददाता। बिहार के मुंगेर जिले में एक छात्र द्वारा शिक्षक की सरेआम बेल्ट से पिटाई करने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। आरोपित युवक स्नातक पार्ट का छात्र है। मामला 11 अप्रैल का है। इस मामले में पीड़ित शिक्षक ने कोतवाली थाना में केस दर्ज कराया है। अब तक आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। इससे शिक्षक समुदाय में काफी रोष व्याप्त है।
जानकारी के अनुसार, मुंगेर विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक पार्ट एक शैक्षणिक सत्र 2021-24 की परीक्षा कुल 20 परीक्षा केंद्रों पर 11 अप्रैल को दो पालियों में संचालित की गई। बीआरएम कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र पर दूसरी पाली में संचालित की जा रही अर्थशास्त्र पेपर वन सब्सिडयरी की परीक्षा में प्रो. प्रभात कुमार बतौर पर्यवेक्षक तैनात थे।
परीक्षा के दौरान प्रो. प्रभात कुमार ने आरोपित शशि कुमार को नकल करते देखा। उन्होंने छात्र के पास मौजूद चिट को छीन लिया। इससे छात्र उग्र हो उठा और परीक्षा कक्ष में ही संबंधित शिक्षक के साथ बदतमीजी करने लगा। इसके बाद उसे दूसरी जगह बिठा दिया गया। हालांकि, इसके वाबजूद वह नकल करने पर अड़ा रहा। इसके बाद उसे परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया।
परीक्षा समाप्त होने के बाद जैसे ही प्रो. प्रभात कुमार कॉलेज से घर की ओर जाने लगे, वैसे ही कॉलेज से थोड़ी दूर पर नकलची छात्र ने सुनसान रास्ते पर प्रो. प्रभात कुमार पर बेल्ट से हमला कर दिया। आरोपित छात्र ने बेल्ट से पीट-पीटकर शिक्षक को घायल कर दिया। इस बीच वे किसी तरह अपनी जान बचाकर भागते हुए कालेज पहुंचे। इसके बाद उन्हें सहयोगी शिक्षकों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर आए।
इस संबंध में प्रभारी प्राचार्य डा. कंचन गुप्ता ने बताया कि मारपीट करने वाले परीक्षार्थी को परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया है। विगत 11 अप्रैल को कॉलेज में वीक्षण कार्य के दौरान कॉलेज के शिक्षक प्रो. प्रभात कुमार के साथ मारपीट करने वाले आरोपित परीक्षार्थी पर दंडात्मक कार्रवाई और कॉलेज परिसर में सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग को लेकर शनिवार को मुंगेर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने डीएम को ज्ञापन सौंपा।
इस बाबत मुगुटा के अध्यक्ष डा. अब्दुल सलाम अंसारी और महासचिव डा. हरिश्चंद्र शाही ने बताया कि 11 अप्रैल को बीआरएम कालेज में बीए पार्ट-एक की परीक्षा के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शशि कुमार नाम के परीक्षार्थी ने शिक्षक की सुरक्षा में चूक को उजागर किया है। इस घटना से विश्वविद्यालय के शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मी आहत हैं। आरोपित की गिरफ्तार करते हुए दंडात्मक कार्रवाई की जाए और जिले के सभी कॉलेजों में शिक्षकों को सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए।